क्या ईडी ने गणेश ज्वेलरी केस में 2700 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी के मामले में कोलकाता समेत 12 स्थानों पर छापे मारे?

सारांश
Key Takeaways
- ईडी ने 2700 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में छापे मारे।
- कोलकाता समेत 12 स्थानों पर कार्रवाई की गई।
- सुजीत बोस के कार्यालय पर भी छापेमारी हुई।
कोलकाता, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गणेश ज्वेलरी केस से संबंधित 2700 करोड़ रुपए की बैंक धोखाधड़ी के मामले में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शुक्रवार को, ईडी ने कोलकाता सहित अन्य राज्यों में 12 ठिकानों पर छापे मारे।
अधिकारियों के अनुसार, इस मामले में कुल 12 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया। कोलकाता में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई। इसके अलावा, हैदराबाद और अहमदाबाद में भी कार्रवाई की गई।
इससे पहले, ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के दो अलग-अलग मामलों में पश्चिम बंगाल के एक मंत्री के कार्यालय समेत कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी।
एक मामला राज्य में नगर पालिकाओं की नौकरियों के लिए करोड़ों रुपए की नकदी से जुड़ा है, जबकि दूसरा बैंक ऋण जालसाजी से संबंधित है। छापेमारी के दौरान, कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में साल्ट लेक में राज्य के अग्निशमन सेवा मंत्री सुजीत बोस का कार्यालय भी शामिल था।
दक्षिण कोलकाता के न्यू अलीपुर और शरत बोस रोड पर भी कार्रवाई की गई। इसके अलावा, राज्य की राजधानी के उत्तरी बाहरी इलाके के नागेरबाजार में भी छापेमारी की गई। न्यू अलीपुर में कलकत्ता हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता के आवास पर भी छापा मारा गया। प्रत्येक ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी मौजूद रहे।
यह पहली बार नहीं है जब नगरपालिका नौकरी अनियमितताओं के मामले में ईडी अधिकारियों ने सुजीत बोस के परिसरों पर छापेमारी की है। जनवरी 2024 में भी ईडी ने उनके आवास और कार्यालय पर एक साथ छापेमारी की थी। उस समय, ईडी अधिकारियों ने कई आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ-साथ सुजीत बोस का मोबाइल फोन भी जब्त किया था।
नगरपालिका नौकरी अनियमितताओं के मामले में ईडी की छापेमारी उस समय हुई, जब इसी मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक नया आरोपपत्र दाखिल करने की तैयारी शुरू कर दी है।