क्या फाजिल्का में हथियार तस्करी के आरोप में दो गिरफ्तार हुए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- पंजाब पुलिस ने हथियार तस्करी का भंडाफोड़ किया।
- दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।
- हथियार पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा लाए गए थे।
- बीएसएफ ने भी सीमा पर तस्करों को पकड़ा।
- पंजाब में सुरक्षा बनाए रखने की प्रतिबद्धता।
चंडीगढ़, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नशा और आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पंजाब पुलिस को मंगलवार को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। पंजाब पुलिस ने सीमा पार से हथियारों की तस्करी करने वाले एक मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। यह कार्रवाई एक खुफिया सूचना के आधार पर की गई थी।
पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने X पर बताया कि खास सूचना के आधार पर राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ (एसएसओसी) फाजिल्का ने सीमा पार से हथियारों की तस्करी करने वाले एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। इस दौरान दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से दो हथगोले, एक ग्लॉक 9 मिमी पिस्टल और दो कारतूस बरामद किए गए।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि बरामद हथियार पाकिस्तान से लाए गए थे और पंजाब में ड्रोन के माध्यम से भेजे गए थे। पंजाब पुलिस ने सीमा पार से तस्करी करने वाले मॉड्यूल और संगठित अपराध गिरोहों को निष्क्रिय करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है ताकि पंजाब को सुरक्षित बनाया जा सके।
इससे पहले, सोमवार को पंजाब के सीमा क्षेत्र में अलग-अलग घटनाओं में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सतर्कता दिखाते हुए दो संदिग्ध तस्करों को पकड़ा और दो ड्रोन जब्त किए थे।
बीएसएफ के जवानों ने फाजिल्का के गांव टाहलीवाला के पास खोजी अभियान के दौरान चक बजीदा के रहने वाले दो संदिग्धों को पकड़ा। उनके पास से पाकिस्तानी तस्करों के संपर्क वाले दो मोबाइल फोन मिले। बीएसएफ ने आरोपियों को पंजाब पुलिस को सौंप दिया।
वहीं, बीएसएफ इंटेलिजेंस विंग से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर, बीएसएफ और पंजाब पुलिस के एक संयुक्त ऑपरेशन में तरनतारन के गांव पल्लोपाटी के पास खेत से एक डीजेआई मैविक 3 क्लासिक ड्रोन बरामद किया गया। एक और खुफिया सूचना पर, बीएसएफ ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर तरनतारन के गांव मरीखंबोके के पास एक खेत से एक डीजेआई एयर 3एस ड्रोन बरामद किया।
एक दिन पहले, पंजाब के बॉर्डर क्षेत्र में बीएसएफ ने एक बड़ी कार्रवाई की है। बीएसएफ ने दो अलग-अलग ऑपरेशनों में एक ड्रोन और हेरोइन की खेप बरामद की है। इन कार्रवाइयों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सीमाओं की सुरक्षा के लिए बीएसएफ की निगरानी कितनी मजबूत है।