क्या जापानी अधिकारियों का दावा है कि 'प्रधानमंत्री इशिबा ने पद छोड़ने की इच्छा जताई'?

सारांश
Key Takeaways
- इशिबा ने पद छोड़ने की इच्छा जताई है।
- एलडीपी में नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठ रही है।
- संसद में बहुमत खो चुका है इशिबा का नेतृत्व।
टोक्यो, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने अपने पद से अवकाश लेने की इच्छा व्यक्त की है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से मिली है। उनकी सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्य, जो ऊपरी सदन के चुनावों में मिली असफलता के बाद नए नेतृत्व की मांग कर रहे थे, इस स्थिति पर गहरी नज़र रखे हुए हैं।
इशिबा रविवार शाम 6 बजे (स्थानीय समय) एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करेंगे।
यह निर्णय शनिवार रात पूर्व प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और कृषि मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी के साथ बातचीत के बाद लिया गया है, जो इशिबा के करीबी सहयोगी माने जाते हैं। कहा जा रहा है कि उन्होंने इशिबा से एलडीपी में विभाजन से बचने का आग्रह किया था।
इशिबा ने अक्टूबर 2024 में पदभार ग्रहण किया था। जापान टुडे के अनुसार, इशिबा ने प्रतिनिधि सभा को भंग करने और शीघ्र चुनावों की धमकी देकर एलडीपी में नेतृत्व की होड़ को रोकने की इच्छा व्यक्त की थी, लेकिन इस पर पार्टी के भीतर भारी विरोध हुआ।
यह निर्णय 68 वर्षीय इशिबा के लंबे समय से प्रभुत्व वाली लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) की कमान संभालने के एक साल से भी कम समय बाद आया है। उन्होंने संसद के दोनों सदनों में अपना बहुमत खो दिया है।
सार्वजनिक प्रसारक एनएचके ने बताया कि इशिबा ने पार्टी में फूट से बचने के लिए यह कदम उठाया, जबकि असाही शिंबुन ने कहा कि वह अपने इस्तीफे की बढ़ती मांगों का सामना नहीं कर पा रहे थे।
रविवार को एलडीपी सांसद और क्षेत्रीय अधिकारी नए नेतृत्व का चुनाव करने के लिए एक अनुरोध प्रस्तुत करेंगे। यदि आवश्यक बहुमत प्राप्त हो जाता है, तो नेतृत्व के लिए नए सिरे से चुनाव होंगे।