क्या जस्टिस एम. सुंदर मणिपुर हाईकोर्ट के 10वें मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं?

सारांश
Key Takeaways
- जस्टिस एम. सुंदर का जन्म 19 जुलाई, 1966 को चेन्नई में हुआ।
- उन्होंने मद्रास लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की।
- 15 सितंबर 2025 को मणिपुर उच्च न्यायालय के 10वें मुख्य न्यायाधीश बने।
- उन्होंने सिविल मामलों में विशेषज्ञता हासिल की है।
- उनका कार्यकाल जस्टिस सोमशेखर के चार महीने बाद शुरू हुआ।
इम्फाल, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मद्रास उच्च न्यायालय के जस्टिस एम. सुंदर ने सोमवार को मणिपुर उच्च न्यायालय के 10वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की। यह शपथ ग्रहण समारोह इम्फाल स्थित राजभवन के दरबार हॉल में सम्पन्न हुआ, जहाँ मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर मणिपुर उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों, विधानसभा अध्यक्ष थोकचोम सत्यब्रत सिंह, विधायकों, मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल, सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह, पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह, वरिष्ठ प्रशासनिक और न्यायिक अधिकारी, वकील संघों के प्रतिनिधि तथा सैन्य और पुलिस अधिकारी मौजूद थे। समारोह का माहौल औपचारिक और गरिमामय रहा।
जस्टिस एम. सुंदर ने जस्टिस केम्पायाह सोमशेखर का स्थान लिया है, जो मणिपुर उच्च न्यायालय के 9वें मुख्य न्यायाधीश थे। जस्टिस सोमशेखर ने 22 मई 2025 को शपथ ली थी। उनका कार्यकाल लगभग चार महीने का रहा और वे 14 सितंबर 2025 को सेवानिवृत्त हो गए। उनके सेवानिवृत्त होते ही जस्टिस सुंदर ने नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाल लिया।
जस्टिस एम. सुंदर का जन्म 19 जुलाई, 1966 को चेन्नई में हुआ था। उन्होंने मद्रास लॉ कॉलेज से पांच वर्षीय एकीकृत कानून पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी की और 1989 में वकील के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया। वकालत के दौरान उन्होंने मुख्य रूप से सिविल मामलों में विशेषज्ञता प्राप्त की और लंबे समय तक मद्रास उच्च न्यायालय में अभ्यास किया। 2003 से 2006 के बीच वे तमिलनाडु जल आपूर्ति और ड्रेनेज बोर्ड के स्थायी वकील भी रहे।
काम के प्रति उनकी निष्ठा और गहन कानूनी समझ के कारण उन्हें 5 अक्टूबर 2016 को मद्रास उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया। लगभग नौ वर्षों तक मद्रास उच्च न्यायालय में न्यायाधीश रहते हुए उन्होंने विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई की और कई अहम फैसले दिए।
हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने 11 सितंबर को अपनी बैठक में जस्टिस एम. सुंदर को मणिपुर उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की अनुशंसा की थी। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 13 सितंबर 2025 को उनके नाम पर मुहर लगाई।