कोलकाता पुलिस ने नाबालिग लड़कियों की तस्करी मामले में छह को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- कोलकाता पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया।
- नौ लड़कियों और एक महिला को मुक्त कराया गया।
- गिरफ्तार आरोपियों में वेश्यालय मालिक और तस्कर शामिल हैं।
- पुलिस ने जनता से सूचना देने की अपील की है।
- मुक्त कराई गई लड़कियों के पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
कोलकाता, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कोलकाता पुलिस की एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने मानव तस्करी के एक बड़े मामले का पर्दाफाश करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया।
इस कार्रवाई में 9 लड़कियों और एक वयस्क महिला को मुक्त कराया गया। यह छापेमारी बरटोला थाना क्षेत्र के गुलु ओस्तागर लेन में की गई।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इस स्थान पर लड़कियों को अवैध रूप से रखा गया है। इसके आधार पर एएचटीयू की डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (डीडी) ने छापा मारा। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 9 लड़कियों और एक वयस्क महिला को मुक्त कराया। सभी पीड़ित मानव तस्करी के चंगुल में फंसी थीं।
गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों में दो वेश्यालय मालिक और चार तस्कर शामिल हैं। मालिकों की पहचान सरस्वती बनर्जी (47) और उनके पति अमित बनर्जी (49) के रूप में हुई है, जो उसी स्थान पर रहते थे। अन्य चार तस्करों में सुमन हलधर (34), पूजा मिस्त्री (28), दीप चटर्जी (22), और आकाश चौधरी (25) शामिल हैं। सभी कोलकाता और आसपास के इलाकों से हैं।
पुलिस के अनुसार, यह वेश्यालय लंबे समय से अवैध गतिविधियों का केंद्र बना हुआ था। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी, नाबालिगों के शोषण और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मुक्त कराई गई लड़कियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है और उनकी काउंसलिंग और पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने जनता से ऐसी गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है ताकि इस तरह के अपराधों पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाया जा सके। पुलिस ने स्पष्ट कहा कि प्रदेश में इस तरह की गतिविधियों को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।