क्या चुनावी सर्वे की एजेंसी ने महाराष्ट्र को बदनाम करने वाला पोस्ट किया? : संजय निरुपम

सारांश
Key Takeaways
- संजय निरुपम ने सीएसडीएस के आंकड़ों को गलत बताया।
- कांग्रेस ने फर्जी नैरेटिव फैलाने का प्रयास किया।
- मतदाता सूचियों में सामान्य मानवीय भूलें होती हैं।
मुंबई, १९ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना के प्रवक्ता संजय निरुपम ने सीएसडीएस के प्रोफेसर संजय कुमार के उस पोस्ट का कड़ा जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा की सीटों पर मतों की संख्या के आंकड़े प्रस्तुत किए थे। निरुपम का कहना है कि ये आंकड़े गलत और बेबुनियाद हैं। कांग्रेस पार्टी इस झूठे आंकड़े को आधार बनाकर फर्जी नैरेटिव फैला रही है।
निरुपम ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि चुनावी सर्वे करने वाली एजेंसी सीएसडीएस के संजय कुमार ने महाराष्ट्र को बदनाम करने वाला एक पोस्ट किया था। उस पोस्ट में उन्होंने नासिक और नागपुर के कुछ क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव से पहले मतों की संख्या के गलत आंकड़े दिए। यह पूरी तरह गलत और बेबुनियाद जानकारी है।
उन्होंने बताया कि जब इस पर सवाल उठाया गया, तो संजय कुमार ने माफी मांगी। इसके बावजूद, कांग्रेस ने इस झूठे आंकड़े को आधार बनाकर राहुल गांधी के द्वारा 'मत चोरी' का फर्जी नैरेटिव फैलाया। निरुपम ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूचियों में कोई गड़बड़ी नहीं है, बल्कि वोटर लिस्ट बनाते समय सामान्य मानवीय भूलें होती हैं।
उन्हें उदाहरण देकर बताया कि पहली बार वोटर कार्ड आने पर पिता की फोटो के साथ पुत्र का नाम या किसी महिला के नाम के साथ पुरुष की फोटो लगी हुई थी। यह मानवीय गलती है और इसके अलावा कुछ नहीं। निश्चित रूप से इस गलती पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन इसके आधार पर चुनाव आयोग को बदनाम करना और यह कहना कि देश में 'मत चोरी' हो रही है, यह सुनियोजित षड्यंत्र के तहत गलत है।
उल्लेखनीय है कि सीएसडीएस के प्रो. संजय कुमार ने महाराष्ट्र विधानसभा की सीटों पर मतों की संख्या के गलत आंकड़े एक पोस्ट के जरिए प्रस्तुत किए थे। हालांकि, बाद में उन्होंने पोस्ट डिलीट कर माफी मांगी है।