क्या एनडीए सरकार में बिहार का विकास संभव है? : अशोक धवले

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन के पास भ्रष्टाचार और वोट चोरी के खिलाफ लड़ने का एक मजबूत आधार है।
- अशोक धवले का नेतृत्व वामपंथी मोर्चा को मजबूत करेगा।
- चुनाव की तारीखें छठ पूजा के बाद घोषित की गई हैं।
पटना, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। माकपा के नेता और अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक धवले ने गुरुवार को कहा कि बिहार में होने वाला यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। एक तरफ वोट चोरी, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता है, और दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन के दलों का महागठबंधन है। इन दोनों के बीच कड़ी टक्कर होगी।
उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि लोग इस चुनाव में वर्तमान सरकार को हटाने का मन बना चुके हैं। जब तक यह सरकार है, तब तक बिहार का विकास संभव नहीं है, और बिहार की जनता का तबाही और बर्बादी होती रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि माकपा की तरफ से हम सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने सीट बंटवारे के विषय में कहा कि माहौल अच्छा है और चर्चा चल रही है। उन्होंने वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी के उपमुख्यमंत्री पद को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि एक-दो दिनों में सब कुछ तय हो जाएगा।
इधर, माकपा के महासचिव एम ए बेबी ने दावा किया कि महागठबंधन में सभी पार्टियों के बीच आपस में चर्चा चल रही है और एक-दो दिनों में सभी निर्णय ले लिए जाएंगे। वामपंथी मोर्चा एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा और भाजपा को पराजित करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के अंत की शुरुआत बिहार से होगी। उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे पर सभी चीजों पर चर्चा होगी, उसके बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर दोनों गठबंधनों में बैठकों का दौर जारी है। दोनों गठबंधनों में अब तक सीट बंटवारे का पेंच फंसा हुआ है। बता दें कि चुनाव आयोग ने सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा के बाद चुनाव की तारीखें तय की हैं। पहले चरण में बिहार में छह नवंबर को 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होगा। मतों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी।