क्या नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के बाद बिहार में विकास की गंगा बहेगी?
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार का 10वीं बार शपथ लेना एक ऐतिहासिक पल है।
- विकास की गंगा बिहार में फिर से बहेगी, ऐसा विश्वास है।
- शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी का आना महत्वपूर्ण है।
- एनडीए के सभी दल के कार्यकर्ता समारोह में उपस्थित रहेंगे।
- बिहार के विकास के नए मार्ग खुलने की संभावना है।
नई दिल्ली, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में गुरुवार को नीतीश कुमार गांधी मैदान में 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि प्रदेश में एक बार फिर विकास की गंगा बहेगी।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पुनः मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं। बिहार के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं। बिहार में विकास की नई गंगा बहेगी और सुशासन का राज स्थापित होगा।
बिहार भाजपा के प्रमुख दिलीप जायसवाल ने कहा कि उत्सव का माहौल है। प्रधानमंत्री मोदी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे और लाखों लोग वहां उपस्थित रहेंगे। यह एक खुशनुमा माहौल होगा। एनडीए के सभी दल के कार्यकर्ता वहां मौजूद रहेंगे। बिहार की जनता के सपनों को पूरा करने के लिए मंत्रिमंडल का गठन होगा।
गांधी मैदान पहुंच रहे कुछ लोगों से राष्ट्र प्रेस ने बातचीत की। एक व्यक्ति ने कहा कि नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं, इसलिए हम गांधी मैदान जा रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह पर जदयू नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि पटना का गांधी मैदान अपने आप में एक ऐतिहासिक स्थान है। वहां एक और शानदार ऐतिहासिक पल देखने को मिलेगा। गांधी मैदान नीतीश कुमार के मुख्यमंत्रित्व का गवाह बनेगा।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी और कई राज्यों के सीएम यहां पहुंच रहे हैं। हर कोई चाहता है कि इस देश में एनडीए का शासन और मजबूत हो। लोग एनडीए की ताकत दिखाने आ रहे हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि आज बिहार के लिए एक गर्व का दिन है। एनडीए को ऐतिहासिक जीत दिलाकर बिहार के लोगों ने इतिहास रच दिया है। इससे राज्य के विकास का नया रास्ता खुलेगा।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पटना पहुंच चुके हैं।