क्या राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए? विपक्षी सांसद बोले- 'उनके आरोपों में दम'

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव ने समर्थन किया।
- भाजपा ने इन आरोपों को खारिज किया है।
- चुनाव आयोग की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए गए हैं।
- लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए हर आवाज महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर चुनावों में हेराफेरी कर रहा है और लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है।
उनके इन आरोपों पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा बिहार में चलाए जा रहे पूरे एसआईआर कार्यक्रम से पता चलता है कि 61 लाख मतदाताओं को हटा दिया गया है। भाजपा चुनाव आयोग के साथ मिलीभगत करके हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था और संविधान पर गंभीर सवाल खड़ा कर रही है। संविधान ने हमें जो वोट देने का अधिकार दिया है, उस पर भाजपा सरकार सीधे हमला कर रही है। वह हमारे वोट के अधिकार पर हमला कर रही है। हमने देखा है कि उत्तर प्रदेश उपचुनावों में किस तरह मतदान में धांधली हुई।
चुनाव आयोग पर राहुल गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि निश्चित रूप से चुनाव आयोग अपनी पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर जांच के दायरे में है। यह एक संवैधानिक संस्था है और इसे स्वतंत्र रूप से काम करना चाहिए। हालांकि ऐसा लगता है कि यह सत्तारूढ़ दल के प्रभाव में काम कर रहा है।
वहीं भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा कि देश भर में चुनाव होते हैं। कई राज्यों में विपक्ष की भी सरकार है। अपनी पार्टी के हारने पर शिकायत करना एक बुरी बात है। कर्नाटक हो या पंजाब जब आपकी सरकार बनती है तो सब ठीक है, लेकिन जब कोई और जीतता है तो यह एक मुद्दा बन जाता है और इसे धांधली कहा जाता है। विपक्ष का यह दोहरा रवैया गलत है।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी कर्नाटक और अन्य जगहों की बात करते हैं। लेकिन, क्या उन्होंने अभी तक कोई याचिका दायर की है? क्या उन्होंने कोई कानूनी कदम उठाया है? याद है उन्होंने राफेल के दौरान क्या कहा था? चौकीदार चोर है, ऐसी बेशर्मी भरी टिप्पणी सावरकर के बारे में भी की थी? क्या वह बिना किसी जवाबदेही के कुछ भी कहेंगे? यह बेहद गैर जिम्मेदाराना है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।