क्या तमिलनाडु सरकार मध्य प्रदेश पुलिस का सहयोग नहीं कर रही? - डॉ. मोहन यादव

सारांश
Key Takeaways
- मध्य प्रदेश सरकार बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है।
- तमिलनाडु सरकार पर सहयोग न देने का आरोप।
- जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।
- कांग्रेस को धरना देने की सलाह।
नागपुर, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को महाराष्ट्र के नागपुर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जहाँ उन्होंने न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में छिंदवाड़ा के बीमार बच्चों का हालचाल लिया। ये बच्चे कफ सिरप पीने से बीमार हो गए थे। मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहाँ की सरकार मध्य प्रदेश पुलिस का सहयोग नहीं कर रही है।
डॉ. यादव ने अस्पताल में चिकित्सकों से उपचार की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी लेते हुए बच्चों के परिजनों से भी बातचीत की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लगातार स्थिति की मॉनिटरिंग की जाए। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस स्थान पर कफ सिरप तैयार की गई थी, वहाँ के लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने तमिलनाडु सरकार और उसके अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वे मध्य प्रदेश के सहयोग में ढिलाई बरत रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी तरफ से रैंडम सैंपल जांच होनी चाहिए।
डॉ. यादव ने बताया कि मामले में हमने मानवीय और प्रशासनिक दृष्टिकोण से पूरी व्यवस्था की है, क्योंकि ये बच्चे हमारे हैं। उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जो मेडिकल रिपोर्ट आती हैं, उनके अनुसार हमने दवाई की गलती को पहचाना है। जब रिपोर्ट आई तो हमनें उसे बैन किया और संबंधित लोगों को गिरफ्तार किया। हमारी सरकार किसी को नहीं छोड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को अब तमिलनाडु जाकर धरना देना चाहिए। यह विचार करने का विषय है कि इतनी कम जगह में इतनी बड़ी फैक्ट्री कैसे बनी, और उनके लाइसेंस को फिर से कैसे नवीनीकरण किया गया।