क्या टीएमसी नेता हुमायूं कबीर हिंदुओं को डराने की कोशिश कर रहे हैं? सुकांत मजूमदार का आरोप
सारांश
Key Takeaways
- हुमायूं कबीर के विवादित बयान ने राजनीतिक तूल लिया है।
- सुकांत मजूमदार ने हिंदुओं की सुरक्षा की चिंता जताई है।
- बंगाल में धार्मिक ध्रुवीकरण की संभावना बढ़ सकती है।
- ममता बनर्जी का समर्थन इस मुद्दे में महत्वपूर्ण हो सकता है।
- राजनीति में भाईचारे का माहौल बनाए रखना आवश्यक है।
खड़गपुर, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन संकल्प यात्रा में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के ‘बाबरी मस्जिद’ संबंधी बयान पर तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हुमायूं कबीर जैसे लोग हिंदुओं को डराने और धमकाने में जुटे हुए हैं।
सुकांत मजूमदार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह संदेश बंगाल के हिंदुओं को गंभीरता से लेना चाहिए। हुमायूं कबीर जैसे व्यक्तियों को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पूरा समर्थन प्राप्त है। वे यहां के भाईचारे के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब हुमायूं कबीर ने इस तरह के बयान दिए हैं, पहले भी उन्होंने कहा था कि मुर्शिदाबाद में 70 प्रतिशत मुस्लिम और 30 प्रतिशत हिंदू हैं, और मुस्लिम चाहें तो हिंदुओं को कभी भी भागीरथी या मां गंगा के पानी में फेंक सकते हैं। यह बंगाल के हिंदुओं को समझना होगा, अन्यथा हर मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बन जाएगी।
सुकांत मजूमदार ने एसआईआर मामले में एक बीएलओ के कथित आत्महत्या पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह जानने की जरूरत है कि क्या उसने सच में आत्महत्या नोट लिखा था। इसके अलावा, बंगाल में आत्महत्या के मामले बढ़ने के पीछे क्या खास वजह है, यह भी जांच का विषय है।
ममता बनर्जी मंगलवार को मतुआ समुदाय के लिए एक जुलूस और सभा करेंगी। इस पर सुकांत मजूमदार ने कहा कि वह प्रोटेस्ट रैली करने नहीं जा रही हैं। वहां पर चार काउंसिलर के घर के सामने गोली चली है, क्योंकि पार्टी ने चेयरमैन को बदलने का निर्णय लिया है, और यह सब पैसे कमाने के लिए हो रहा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने बताया कि आज पश्चिम बंगाल विधानसभा में लगभग दस हजार लोगों के सामने भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन संकल्प यात्रा आयोजित की गई। उनका उद्देश्य आने वाले दिनों में तृणमूल कांग्रेस सरकार को हटाना है। आज हजारों लोगों ने इस रैली में भाग लिया और जैसा कि आप देख सकते हैं, रैली में दस हजार से अधिक लोग पैदल मार्च कर रहे थे।