क्या ट्रंप इजरायल को ईरान पर हमले रोकने के लिए कह सकते हैं?

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क्या ट्रंप इजरायल को ईरान पर हमले रोकने के लिए कह सकते हैं?

सारांश

क्या ट्रंप इजरायल से ईरान पर हमले रोकने की अपील कर सकते हैं? जानिए इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर उनके विचार और इजरायली वायुसेना की हालिया गतिविधियाँ।

Key Takeaways

  • ट्रंप ने संघर्ष समाप्त करने के लिए कूटनीतिक प्रयास की बात की।
  • ईरान यूरोप से बात नहीं करना चाहता।
  • इजरायल ने हाल में ईरान पर हमले किए हैं।
  • युद्धविराम के लिए दबाव डालने में अमेरिका की भूमिका संदिग्ध है।
  • अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में इजरायल और ईरान के बीच संबंध महत्वपूर्ण हैं।

न्यूयॉर्क, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह स्वीकार किया है कि भले ही वह संघर्ष समाप्त करने के लिए कूटनीतिक समाधान की कोशिश कर रहे हों, इस समय इजरायल को ईरान पर हवाई हमले रोकने के लिए कहना काफी कठिन होगा।

ट्रंप ने न्यू जर्सी में अपने गोल्फ कोर्स में एक फंडरेजर कार्यक्रम के दौरान कहा। सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ईरान के साथ कूटनीतिक संबंध स्थापित करने के यूरोपीय प्रयासों को भी नकार दिया।

ट्रंप ने कहा, "ईरान यूरोप से बात नहीं करना चाहता, वह हमसे बात करना चाहता है। यूरोप इस मामले में मदद नहीं कर सकता।"

इससे पहले, अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि वह इस बारे में कोई अनुमान नहीं लगा सकतीं कि क्या ट्रंप प्रशासन अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम के लिए दबाव डालेगा।

ब्रूस ने कहा, "अभी जो हो रहा है, राष्ट्रपति या विदेश मंत्री की उन वार्ताओं पर क्या प्रतिक्रिया होगी, मैं इसका वर्णन नहीं करने जा रही हूं।"

इस बीच, इजरायली डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने घोषणा की है कि शुक्रवार की सुबह 25 से अधिक इजरायली वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने ईरान के तिबेरियास और केरमानशाह क्षेत्रों में 35 से अधिक मिसाइल भंडारण और लॉन्च सुविधाओं को नष्ट कर दिया है।

आईडीएफ ने एक पोस्ट में लिखा, "आज सुबह, वायुसेना ने इंटेलिजेंस ब्रांच से मिले सटीक मार्गदर्शन के साथ ईरान के करमनशाह और तिबेरियास जैसे क्षेत्रों में ईरानी शासन के सैन्य ठिकानों के खिलाफ हमलों की एक श्रृंखला पूरी की।"

आईडीएफ ने यह भी उल्लेख किया कि इजरायली वायुसेना ने इस्फहान और तेहरान के क्षेत्रों में कई ईरानी मिसाइल सिस्टम्स और रडार इंस्टॉलेशंस पर हमला किया, जिसका उद्देश्य उनके एयरक्राफ्ट को निशाना बनाना और उनके संचालन को बाधित करना था।

Point of View

हम मानते हैं कि ट्रंप का यह बयान अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह दर्शाता है कि कैसे अमेरिका की विदेश नीति ईरान के साथ संबंधों को प्रभावित कर सकती है।
NationPress
21/06/2025

Frequently Asked Questions

ट्रंप ने ईरान के बारे में क्या कहा?
ट्रंप ने कहा कि ईरान यूरोप से बात नहीं करना चाहता और इजरायल से हमले रोकने के लिए कहने में कठिनाई हो रही है।
इजरायल ने ईरान पर क्या हमले किए?
इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने ईरान के तिबेरियास और केरमानशाह में 35 से अधिक मिसाइल स्टोरेज और लॉन्च फैसिलिटी पर हमले किए।