क्या यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में आटा पिसने की नई तकनीक आई है?

सारांश
Key Takeaways
- एक्सरसाइज करते हुए आटा पीसना संभव है।
- फिटनेस के साथ-साथ घरेलू कार्य में सहायक।
- स्वास्थ्य लाभ जैसे शुगर नियंत्रण।
- पर्यावरण मित्र और बिजली रहित।
- महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी।
ग्रेटर नोएडा, 27 (राष्ट्र प्रेस)। "दम लगाओ, रोटी खाओ — और मोटापा भी घटाओ!" अगर कोई आपको कहे कि रोजाना एक्सरसाइज करने के साथ-साथ घर का आटा भी पिस जाएगा, तो शायद आप इसे मज़ाक समझेंगे। लेकिन ग्रेटर नोएडा के कासना में बनी एक अनोखी मशीन ने इस कल्पना को साकार कर दिया है।
यह मशीन, जिसे एएसवाई साइकिल आटा चक्की कहा जाता है, सागर टूल्स एंड मशीन्स द्वारा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में प्रदर्शित की गई। मशीन को देखकर सभी हैरान रह गए, क्योंकि यह साधारण ट्रेडमिल या स्पिनिंग साइकिल नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी एक्सरसाइज मशीन है जो आटा भी पीसती है। मशीन पर बैठे व्यक्ति को साइकिल की तरह पैडल मारना होता है। जैसे-जैसे पैडल चलते हैं, नीचे लगा चक्की सिस्टम चलते हुए अनाज को पीसना शुरू कर देता है।
इस दौरान व्यक्ति को कैलोरी बर्न करने का पूरा मौका मिलता है। स्टॉल पर दी गई जानकारी के अनुसार, इस मशीन से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, जैसे शुगर और डायबिटीज को नियंत्रित करना, घुटनों और जोड़ों के दर्द में राहत, मोटापा कम करना, त्वचा में चमक लाना और इम्यून सिस्टम को मजबूत करना। निर्माता बताते हैं कि 15 से 20 मिनट पैडल मारने पर लगभग आधा किलो आटा तैयार हो जाता है।
इसका मतलब है कि परिवार के लिए सुबह की कसरत ही शाम की रोटी की तैयारी हो जाती है! प्रदर्शनी में आए लोग इस मशीन को उत्साह से आजमा रहे थे। खासकर महिलाएं इसमें विशेष रुचि लेती दिखीं, क्योंकि यह मशीन न सिर्फ फिटनेस के लिए उपयोगी है, बल्कि किचन का काम भी आसान बनाती है। देश में फिटनेस और ऑर्गेनिक जीवनशैली का चलन बढ़ रहा है। ऐसे में, मैनुअल साइकल-चक्की जैसी पर्यावरण मित्र और बिजली रहित मशीन ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बड़ा बदलाव ला सकती है।