क्या 'ग्रेटर ब्रिक्स सहयोग' व्यापार व्यवस्था के निर्माण को प्रोत्साहित करेगा?: चीनी प्रधानमंत्री

सारांश
Key Takeaways
- ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में बहुपक्षवाद को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
- ली छ्यांग ने वैश्विक स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन पर विचार साझा किए।
- ग्रेटर ब्रिक्स सहयोग का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था को सुदृढ़ करना है।
बीजिंग, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दूसरे और तीसरे चरण की बैठकों में हिस्सा लिया तथा बहुपक्षवाद को मजबूत करने, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन तथा वैश्विक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
बैठकों में ब्रिक्स सदस्य देशों, साझेदार देशों, अतिथि देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
ली छ्यांग ने कहा कि वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और व्यापार व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ा है और विश्व अर्थव्यवस्था कठिनाई से उबर रही है।
उन्होंने कहा, "ग्रेटर ब्रिक्स सहयोग" को अपने संस्थापक उद्देश्य को बनाए रखना चाहिए, बहुपक्षवाद की रक्षा और अभ्यास करना चाहिए, एक निष्पक्ष और खुले अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और व्यापार व्यवस्था का निर्माण करना चाहिए, ग्लोबल साउथ की ताकतों को एकत्र करना चाहिए और विश्व की स्थिरता और विकास में अधिक योगदान देना चाहिए।
चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने रियो डी जेनेरियो में विश्व व्यापार संगठन की महानिदेशक नगोजी ओकोन्जो-इवेला से भी मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि वर्तमान विश्व व्यापार स्थिति में बड़े परिवर्तन हुए हैं और विश्व व्यापार संगठन से अधिक सक्रिय भूमिका निभाने की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदें बढ़ रही हैं। चीन बहुपक्षवाद और मुक्त व्यापार का पालन करना जारी रखेगा, विश्व व्यापार संगठन के सुधार और विकास का समर्थन करेगा, और विश्व अर्थव्यवस्था को जल्दी पटरी पर लाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने को तैयार है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)