क्या बिहार चुनाव के बाद राहुल गांधी बंगाल में प्रचार शुरू करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का बंगाल दौरा आगामी चुनावों के लिए महत्वपूर्ण है।
- कांग्रेस ने पिछले छह महीनों में राजनीतिक तैयारी की है।
- बिहार चुनाव के परिणाम के बाद राहुल गांधी का ध्यान बंगाल पर होगा।
- कांग्रेस बूथ स्तर पर अपनी ताकत को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
- राजनीतिक स्थिति में बदलाव के लिए यह दौरा महत्वपूर्ण हो सकता है।
कोलकाता, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस ने शनिवार को जानकारी दी कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत में पश्चिम बंगाल में अपना चुनाव अभियान आरंभ कर सकते हैं।
पार्टी के सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। कांग्रेस के अनुसार, बिहार चुनाव के बाद राहुल गांधी चुनाव प्रचार हेतु पश्चिम बंगाल का दौरा कर सकते हैं।
पश्चिम बंगाल के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पर्यवेक्षक गुलाम अहमद मीर ने शनिवार को इस दौरे के बारे में चर्चा की। मीर ने कहा, "हम एक राष्ट्रीय पार्टी हैं, और कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व चुनाव प्रचार के लिए बंगाल आएगा। राहुल गांधी का बंगाल और यहाँ के लोगों से गहरा जुड़ाव है। हमारी पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व बिहार चुनाव समाप्त होने के बाद ही बंगाल आएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "पिछले छह महीनों से हम पश्चिम बंगाल में राजनीतिक आधार तैयार कर रहे हैं। हम बूथ स्तर तक टीमें बना रहे हैं। फिर राहुल गांधी आएंगे और हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं के माध्यम से बंगाल की जनता तक अपना संदेश पहुँचाएंगे। वे महत्वपूर्ण मुद्दों पर पश्चिम बंगाल की जनता को संबोधित करेंगे। छह महीने बाद जब चुनाव होंगे, तब पश्चिम बंगाल की जनता अपना निर्णय लेगी।"
राहुल गांधी के पश्चिम बंगाल दौरे के संदर्भ में मीर ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि राहुल गांधी नए साल से पहले पश्चिम बंगाल आएं, लेकिन यह प्रदेश कांग्रेस कमेटी पर निर्भर करता है। सबसे पहले, पार्टी की जिला, ब्लॉक और बूथ कमेटियों को मजबूत करना होगा ताकि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व का संदेश राज्य के कोने-कोने तक पहुंचे। पार्टी की यह प्रक्रिया नवंबर के मध्य तक पूरी हो जाएगी। तब तक बिहार के चुनाव भी समाप्त हो जाएंगे। तब राहुल गांधी निश्चित रूप से पश्चिम बंगाल पर ध्यान केंद्रित करेंगे।