क्या मणिपुर में असम राइफल्स ने शक्तिशाली आईईडी को निष्क्रिय कर दिया?

सारांश
Key Takeaways
- असम राइफल्स ने जिरीबाम में आईईडी बरामद किए।
- सुरक्षा बलों ने एक बड़े हादसे को टाला।
- तलाशी अभियान खुफिया जानकारी पर आधारित था।
- स्थानीय आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित की गई।
- यह कार्रवाई मणिपुर में शांति प्रयासों को मजबूत करती है।
इंफाल, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मणिपुर में सुरक्षा बलों ने रविवार रात जिरीबाम जिले में दो शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए। इसके बाद दोनों को नष्ट कर एक बड़े हादसे को टाल दिया।
एक अधिकारी ने राज्य में जारी तनाव के बीच आईईडी निष्क्रिय करने को एक महत्वपूर्ण सफलता बताया।
उन्होंने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, असम राइफल्स के जवानों ने दक्षिणी असम की सीमा से लगे जिरीबाम के मखाबस्ती इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि इस अभियान में 12-12 किलोग्राम वजन के दो आईईडी, 500 ग्राम वजन के तीन इलेक्ट्रिक पावर सोर्स और 12 मीटर कॉर्डेक्स (विस्फोट कॉर्ड) बरामद हुए।
विस्फोटकों की संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए, बम निरोधक दल ने स्थानीय आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए, सर्विस विस्फोटकों का उपयोग करके उन्हें तुरंत मौके पर ही नष्ट कर दिया। यह बरामदगी मणिपुर के लिए काफी अहम मानी जा रही है।
13 फरवरी को राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और क्षेत्र में शांति को अस्थिर करने के लिए विघटनकारी तत्वों के प्रयासों का सक्रिय रूप से जवाब दे रही हैं।
अधिकारी के अनुसार, रविवार को घातक विस्फोटकों की बरामदगी और उनका सुरक्षित निपटान अराजकता फैलाने के दुर्भावनापूर्ण प्रयासों को विफल करने में सुरक्षा बलों के दृढ़ संकल्प और प्रभावशीलता को दर्शाता है।
अधिकारियों का मानना है कि असम राइफल्स की समय पर की गई कार्रवाई ने न केवल जानमाल के संभावित नुकसान को रोका, बल्कि मणिपुर में शांति प्रयासों को कमजोर करने की कोशिश करने वालों को एक कड़ा संदेश भी दिया।
यह अभियान सुरक्षा एजेंसियों के बीच निरंतर सतर्कता और सहयोग के महत्व को दिखाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मणिपुर में सामान्य स्थिति की वापसी ऐसी नापाक साजिशों से बाधित न हो।