क्या मुंबई के सरकारी अस्पताल में मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों पर हमला किया?

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क्या मुंबई के सरकारी अस्पताल में मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों पर हमला किया?

सारांश

मुंबई के कूपर सरकारी अस्पताल में शुक्रवार रात को एक गंभीर घटना हुई, जब मरीज के परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों पर हमला कर दिया। इस घटना ने अस्पताल में हड़कंप मचा दिया और पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू की। जानिए इस घटना के पीछे की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • घटना के समय मरीज की हालत बेहद गंभीर थी।
  • डॉक्टरों ने मरीज को बचाने की पूरी कोशिश की।
  • परिजनों ने गुस्से में आकर हमला किया।
  • घटना में तीन डॉक्टर घायल हुए।
  • पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है।

मुंबई, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के मुंबई स्थित कूपर सरकारी अस्पताल में शुक्रवार देर रात एक चौंकाने वाली घटना घटित हुई। आपातकालीन विभाग में तैनात डॉक्टरों पर मरीज के रिश्तेदारों ने हमला कर दिया, जिससे अस्पताल में हड़कंप मच गया। जुहू पुलिस स्टेशन ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात करीब एक बजे एक गंभीर मरीज को अस्पताल लाया गया था। डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन मरीज की हालत बहुत खराब थी और इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। इसके बाद मरीज के परिजन गुस्से में आ गए और डॉक्टरों को जिम्मेदार ठहराने लगे।

स्थिति इतनी बिगड़ गई कि परिजनों ने आपातकालीन विभाग में घुसकर वहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों से मारपीट की। बताया जा रहा है कि तीन डॉक्टर इस हमले में घायल हो गए। मौके पर मौजूद अन्य स्टाफ ने किसी तरह बीच-बचाव कर डॉक्टरों को बचाया। घायल डॉक्टरों का अस्पताल में ही इलाज किया गया और फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

बताया जा रहा है कि आपातकालीन विभाग में तैनात डॉक्टर ने मरीज के परिजनों को सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए बुलाया, लेकिन बिना कुछ पूछे वे सीधे अंदर आ गए और ड्यूटी पर मौजूद आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) और रेजिडेंट डॉक्टर की पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद बीच बचाव के लिए आए अन्य रेजिडेंट डॉक्टर की भी पिटाई कर दी।

घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें आरोपी अचानक से डॉक्टर पर हमला कर देता है। इस दौरान जो लोग भी बीच बचाव के लिए आते हैं, उन पर भी वो हमला करते हैं। फिर किसी तरह मौके पर मौजूद गार्ड ने स्थिति को नियंत्रण में लिया।

हमले की सूचना मिलते ही अस्पताल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को खबर दी। इसके बाद जुहू पुलिस स्टेशन में आरोपी समीर अब्दुल जब्बार शैख के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामला गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।

Point of View

यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के प्रति उचित सम्मान और सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। डॉक्टरों को हमेशा से समाज के रक्षक माना गया है, और ऐसे हमले केवल हमारे स्वास्थ्य प्रणाली की कमजोरी को उजागर करते हैं।
NationPress
08/11/2025

Frequently Asked Questions

इस घटना में कितने डॉक्टर घायल हुए?
इस घटना में तीन डॉक्टर घायल हुए हैं।
क्या पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है?
हाँ, पुलिस ने जुहू पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
इस घटना का सीसीटीवी फुटेज आया है?
हाँ, घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।
क्या घायल डॉक्टरों की हालत स्थिर है?
जी हाँ, घायल डॉक्टरों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
क्या मरीज की मौत के बाद ही परिजनों ने हमला किया?
हाँ, मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर हमला किया।