क्या नीतीश कुमार ने भूटानी मंदिर में पूजा कर सालेपुर-राजगीर फोरलेन हाईवे का शिलान्यास किया?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने भूटानी मंदिर में पूजा की।
- सालेपुर-राजगीर फोरलेन हाईवे का शिलान्यास किया गया।
- इस हाईवे से यात्रा की दूरी कम होगी।
- सड़क निर्माण से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- राजगीर में एशिया रग्बी चैंपियनशिप की तैयारियाँ चल रही हैं।
बिहारशरीफ, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को नालंदा जिले के राजगीर में पहुंचे और सालेपुर-राजगीर फोरलेन हाईवे के निर्माण का शिलान्यास किया। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय उच्च पथ 82 पर निर्मित आरओबी का उद्घाटन भी किया।
मुख्यमंत्री ने यात्रा के दौरान भूटानी मंदिर में पूजा-अर्चना की और राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने राजगीर के सिलाव में आयोजित कार्यक्रम में 862.63 करोड़ रुपये की लागत से सालेपुर से नूरसराय-अहियापुर-सिलाव होते हुए एनएच-120 के बेलौआ (राजगीर) तक फोरलेन हाईवे के निर्माण का शिलान्यास किया, जो बौद्ध सर्किट को जोड़ने वाला पर्यटन मार्ग है।
उन्होंने बताया कि इस मार्ग के निर्माण से पटना से राजगीर की दूरी लगभग 20 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे राजगीर में निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर, नालंदा विश्वविद्यालय और राजगीर पर्यटन क्षेत्र तक पहुंचना आसान होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में औद्योगिक एवं आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में भी वृद्धि होगी। इस परियोजना के जरिए बिहटा-सरमेरा राजकीय उच्च पथ, सालेपुर-करौटा पथ, बिहारशरीफ-जहानाबाद राष्ट्रीय उच्च पथ और बिहारशरीफ-राजगीर-गया-डुमरांव राष्ट्रीय उच्च पथ आपस में जुड़े जाएंगे।
इसके बाद, मुख्यमंत्री हसनपुर पहुंचे, जहां उन्होंने 81.37 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 82 के राजगीर रोड ओवरब्रिज का उद्घाटन किया। इसके बाद, उन्होंने नवनिर्मित ओवरब्रिज का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजगीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे लोगों का आवागमन सुगम हो जाएगा और जाम की समस्या से राहत मिलेगी। उन्होंने राजगीर खेल परिसर में स्थित स्टेडियम जाकर एशिया रग्बी अंडर 20 चैंपियनशिप की तैयारियों का जायजा लिया और वहां अभ्यास कर रहे खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनका उत्साह बढ़ाया।