क्या ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने नवीन पटनायक से स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की सक्रियता दर्शाता है कि स्वास्थ्य मुद्दों पर सभी नेताओं को एकजुट होना चाहिए।
- नवीन पटनायक का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है, जो ओडिशा की राजनीति को प्रभावित कर सकता है।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संवाद स्थापित करना वर्तमान दौर में अनिवार्य है।
- सामाजिक सहयोग और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है।
- राजनीतिक स्वास्थ्य पर चर्चा से जनता में विश्वास बढ़ता है।
भुवनेश्वर, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (बीजद) के नेता नवीन पटनायक से भेंट की। इस बैठक में उन्होंने नवीन पटनायक के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की।
मोहन चरण माझी ने इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा कीं। उन्होंने लिखा, "मैंने भुवनेश्वर में विपक्ष के नेता नवीन पटनायक से उनके निवास पर मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मैं भगवान श्री जगन्नाथ से उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु की प्रार्थना करता हूं।"
हाल ही में नवीन पटनायक को भुवनेश्वर के एसयूएम अल्टीमेट मेडिकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें डिहाइड्रेशन और थकान के कारण अस्पताल ले जाया गया।
सूत्रों के अनुसार, नवीन पटनायक को अचानक बेचैनी महसूस हुई, जिसके बाद डॉक्टरों की एक टीम उनके सरकारी आवास 'नवीन निवास' पहुंची। प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई थी।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने एक्स पर उनके शीघ्र ठीक होने की कामना की थी। उन्होंने लिखा, "मुझे विपक्ष के नेता नवीन पटनायक की अस्वस्थता के बारे में पता चला। मैं भगवान जगन्नाथ से उनके शीघ्र स्वस्थ होने और उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूं।"
बाद में नवीन पटनायक ने स्वास्थ्य संबंधी शुभकामनाओं के लिए जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, "ओडिशा की जनता का शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मैं डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ का भी शानदार देखभाल के लिए आभार व्यक्त करता हूं। मैं जल्द ही लोगों से मिलूंगा।"
इससे पहले 78 वर्षीय नवीन पटनायक ने जून में मुंबई के एक अस्पताल में स्पाइनल सर्जरी करवाई थी। सर्जरी के बाद 7 जुलाई को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी और 12 जुलाई को वे भुवनेश्वर लौटे थे।