क्या ओडिशा के सुंदरगढ़ में अंतरराज्यीय डकैती गिरोह के 8 सदस्य गिरफ्तार हुए?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिस की सक्रियता से बड़े डकैती गिरोह को गिरफ्तार किया गया।
- मुठभेड़ में गिरोह के मुख्य सदस्य घायल हुए।
- पुलिस ने विभिन्न हथियार और नकदी बरामद की।
- गिरोह के खिलाफ कई मामले पहले से ही दर्ज थे।
- समाज में सुरक्षा का अहसास बढ़ाने में पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण है।
भुवनेश्वर, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के राउरकेला पुलिस ने रविवार को सुंदरगढ़ जिले में हुई दो मुठभेड़ों के बाद अंतरराज्यीय डकैती गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तारी में सफलतापूर्वक पकड़ लिया। मुठभेड़ के दौरान गिरोह का मास्टरमाइंड चंदा नायक उर्फ चांदे (झारखंड निवासी) सहित तीन आरोपियों को गोली लगने से चोट आई।
पुलिस को 22 नवंबर को विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि कुख्यात चांदे गिरोह की गतिविधियाँ सुंदरगढ़ जिले के बोनाई क्षेत्र में देखी गई हैं। इसके बाद सभी थाना प्रभारियों और एसडीपीओ को सतर्क रहने का आदेश दिया गया। पुलिस ने मुख्य मार्गों और राज्य व जिला सीमाओं पर नाका चेकिंग को बढ़ा दिया।
रविवार की सुबह आरोपी एक चारपहिया वाहन और दो मोटरसाइकिलों पर कोईड़ा क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे। जैसे ही उन्होंने पुलिस का नाका देखा, उन्होंने भागने का प्रयास किया, जिसके परिणामस्वरूप लाहुनिपाड़ा थाना क्षेत्र के लिमसा इलाके में पुलिस के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, “आरोपियों को पहले समर्पण करने की चेतावनी दी गई, लेकिन उन्होंने गोलीबारी जारी रखी। जवाबी फायरिंग में आरोपी परस राम घायल हुआ, जबकि अन्य आरोपी चांदिपोश दिशा में भाग गए।”
इसके बाद गिरोह के सदस्यों की दूसरी मुठभेड़ चांदिपोश और गुरुंडिया पुलिस की संयुक्त टीम के साथ कुचेइता गांव के निकट हुई। इस दौरान गिरोह के सरगना चंदा नायक उर्फ चांदे और एक अन्य आरोपी राजेश सिंह के पैरों में गोली लगी।
घायलों को तुरंत राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद पुलिस ने गिरोह के पांच अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक स्कॉर्पियो वाहन, दो मोटरसाइकिलें, दो देसी पिस्तौल, एक रिवॉल्वर, आठ जिंदा कारतूस और 76,150 रुपये नकद बरामद किए हैं।
यह गिरोह सुंदरगढ़ जिले के बरसुयान, बैंकू और कोईड़ा थाना क्षेत्रों में कई डकैती की वारदातों में शामिल रहा है। इनके खिलाफ ओडिशा और झारखंड के कई थानों में मामले दर्ज हैं।