क्या ओडिशा सरकार ने सोशल मीडिया पर झूठी सूचना फैलाने वालों को चेतावनी दी?

सारांश
Key Takeaways
- सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करने से पहले उसकी सच्चाई की जांच करें।
- गलत सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
- संदिग्ध पोस्ट की सूचना तुरंत संबंधित पुलिस को दें।
भुवनेश्वर, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा सरकार और पुलिस विभाग ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे सोशल मीडिया पर कोई भी जानकारी साझा करने से पहले उसकी सच्चाई और स्रोत की अच्छे से जांच करें। हाल की घटनाओं में सोशल मीडिया पर झूठी और भड़काऊ सूचनाएं फैलने के मामले सामने आए हैं, जिसके चलते यह आधिकारिक चेतावनी जारी की गई है।
ओडिशा पुलिस ने एक एडवाइजरी में कहा है कि कुछ लोग जानबूझकर गलत समाचार और फर्जी वीडियो वायरल कर रहे हैं, जिनका उद्देश्य समाज में अशांति फैलाना और सामाजिक सौहार्द्र को नुकसान पहुंचाना है। इस प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जो भी व्यक्ति या समूह सोशल मीडिया पर भ्रामक, फर्जी या उकसाने वाली सामग्री साझा करेगा, उसके खिलाफ आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता के तहत कड़ी सजा का प्रावधान है। इसलिए, नागरिकों से अपील की गई है कि वे बिना जांचे-परखे कोई संदेश, वीडियो, फोटो या समाचार सोशल मीडिया पर न डालें और न ही फॉरवर्ड करें।
ओडिशा पुलिस ने इस जानकारी को आधिकारिक 'एक्स' हैंडल के माध्यम से साझा किया है।
पुलिस ने यह भी बताया कि कुछ शरारती तत्व फर्जी खबरें फैलाकर जनता के बीच भ्रम पैदा करने और तनाव उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे हैं। यह न केवल गैरकानूनी है बल्कि समाज के लिए भी अत्यंत खतरनाक है। प्रशासन ने कहा है कि सोशल मीडिया का उपयोग जिम्मेदारी से करें, क्योंकि आपकी एक पोस्ट कई लोगों को गुमराह कर सकती है।
सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी संदिग्ध या फर्जी पोस्ट के बारे में जानकारी मिले, तो तुरंत संबंधित पुलिस स्टेशन या साइबर सेल को सूचित करें। अफवाह फैलाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।