क्या पाकिस्तान में अफगान प्रवासियों ने पुलिस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान में अफगान प्रवासियों पर पुलिस द्वारा आरोपित भ्रष्टाचार।
- गिरफ्तारी के लिए रिश्वत की मांग।
- वीजा प्रक्रिया को तेज करने की आवश्यकता।
- पाकिस्तान सरकार की अनिवार्य वापसी की योजना।
- अफगान समुदाय का सुरक्षा के लिए संघर्ष।
काबुल, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अफगान प्रवासियों ने पाकिस्तान में स्थानीय पुलिस पर भ्रष्टाचार और उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस, जो कि वैध या लंबित आव्रजन दस्तावेज होने पर भी उन्हें गलत तरीके से गिरफ्तार कर रही है, रिहाई के लिए रिश्वत की मांग कर रही है।
इस्लामाबाद और रावलपिंडी में रहने वाले अफगान नागरिकों ने आरोप लगाया है कि हाल के दिनों में पुलिस ने अफगानों की गिरफ्तारी में तेजी ला दी है। कुछ मामलों में हिरासत में लिए गए लोगों को बड़ी राशि देने के बाद ही छोड़ा गया। गवाहों के अनुसार, सामान्य कपड़ों में पुलिसकर्मी पासपोर्ट और वीजा दिखाने के लिए कहते हैं, और यदि दस्तावेज न हो, तो वर्दीधारी पुलिसकर्मी वाहन में आकर उन्हें गिरफ्तार कर लेते हैं।
सोमवार को रावलपिंडी में गिरफ्तार तीन अफगानों ने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्हें करीब छह घंटे हिरासत में रखा गया और रिहाई के लिए पैसे की मांग की गई। एक व्यक्ति ने कहा कि उसने रिहाई के लिए 82,000 पाकिस्तानी रुपये दिए, जबकि अन्य ने भी इसी तरह की राशि देने की बात कही।
वीजा प्रक्रिया का इंतजार कर रहे अफगानों का कहना है कि पुलिस उनके पास मौजूद आधिकारिक दूतावास के कागजात को भी मान्य नहीं मान रही है और वैध दस्तावेज होने के बावजूद उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है। अफगान समुदाय ने पाकिस्तान सरकार से वीजा विस्तार प्रक्रिया को तेज करने की अपील की है ताकि पुलिस द्वारा उत्पीड़न, गलत गिरफ्तारी और कथित वसूली को रोका जा सके।
इस बीच, पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि प्रूफ ऑफ रजिस्ट्रेशन कार्ड धारक अफगान नागरिकों की अनिवार्य वापसी 1 सितंबर से शुरू होगी, यदि वे स्वेच्छा से नहीं लौटते हैं। मंत्रालय के अनुसार, प्रूफ ऑफ रजिस्ट्रेशन कार्ड धारक की स्वैच्छिक वापसी तुरंत शुरू की जाएगी, जबकि अन्य की अनिवार्य वापसी 1 सितंबर से होगी।
यह निर्णय उच्च स्तरीय बैठक में सुरक्षा चिंताओं और राष्ट्रीय संसाधनों पर दबाव के मद्देनजर लिया गया था। मंत्रालय ने कहा है कि अफगान सिटीजन कार्ड धारकों की वापसी पहले से तय अंतरिम ढांचे के अनुसार होगी, और इस प्रक्रिया में तालिबान सरकार, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से सहयोग लिया जाएगा।