क्या पवन सिंह ने चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं की? बिहार चुनाव में सीटों के ऐलान से पहले उन्होंने कहा 'सच्चा कार्यकर्ता'

सारांश
Key Takeaways
- पवन सिंह ने भाजपा में शामिल होने के पीछे चुनाव लड़ने की मंशा नहीं बताई।
- उनका बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना।
- भाजपा ने अभी तक सीटों का ऐलान नहीं किया है।
- पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह का चुनावी टिकट के लिए प्रयास जारी है।
- 2024 में भी पवन सिंह ने पार्टी में अपनी किस्मत आजमाने का प्रयास किया था।
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भोजपुरी के प्रसिद्ध गायक और अभिनेता पवन सिंह अपने गानों और फिल्मों के साथ-साथ अपने निजी विवादों और राजनीतिक गतिविधियों को लेकर भी चर्चा में बने हुए हैं।
उन्होंने 30 सितंबर को भाजपा में फिर से शामिल होने की घोषणा की थी, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनका उद्देश्य चुनाव लड़ना नहीं है, बल्कि वे पूरी तरह से पार्टी के प्रति समर्पित हैं।
पवन सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ अपनी तस्वीर साझा की और लिखा, "मैं पवन सिंह अपने भोजपुरी समाज को बताना चाहता हूँ कि मैंने बिहार विधानसभा चुनाव में भाग लेने के लिए पार्टी नहीं ज्वाइन की। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और रहूंगा।"
सिंगर के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। कुछ यूजर्स उनका समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे ज्योति सिंह और चुनावी टिकट से जोड़ रहे हैं। कुछ यूजर्स का कहना है कि यदि भाजपा से टिकट नहीं मिला, तो उनका क्या होगा?
यूजर्स ने यह भी बताया कि पत्नी से विवाद के कारण पवन सिंह को एक बार फिर टिकट नहीं मिल सकता।
भाजपा ने अभी तक बिहार चुनावों के लिए सीटों का ऐलान नहीं किया है, लेकिन इससे पहले ही ज्योति सिंह को जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर के साथ देखा गया। बताया जा रहा है कि सिंगर की पत्नी चुनाव लड़ने के लिए टिकट लेने गई थीं, लेकिन ज्योति ने मीडिया के सामने चुनाव की बात को नकार दिया है।
जब पवन सिंह ने भाजपा ज्वाइन की थी, तब यह चर्चा थी कि उन्हें आरा जिले से टिकट मिल सकता है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि भाजपा उन्हें कहाँ से उतारेगी। 2024 में भी पवन सिंह ने भाजपा में अपनी किस्मत आजमाने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें मनचाही सीट नहीं मिली थी। इसके बाद उन्होंने काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय लड़ने का फैसला लिया था। हालांकि, इस सीट पर भाकपा माले के उम्मीदवार राजा राम सिंह ने जीत हासिल की, जिन्होंने उपेंद्र कुशवाहा और पवन सिंह दोनों को हराया।