क्या पीएम मोदी 11 अक्टूबर को 'प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना' और 'दलहन आत्मनिर्भरता मिशन' की शुरुआत करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना है।
- दलहन आत्मनिर्भरता मिशन दालों के उत्पादन को बढ़ाने पर केंद्रित है।
- लगभग 1 करोड़ किसान इस कार्यक्रम से जुड़े रहेंगे।
- कृषि क्षेत्र में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
- किसान उत्पादकता में सुधार के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए जाएंगे।
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर 2025 को पूसा, दिल्ली में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के दौरान 'प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना' और 'दलहन आत्मनिर्भरता मिशन' का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री कृषि अवसंरचना कोष, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कार्यक्रम से पूर्व, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राकृतिक खेती, दलहन मिशन और धन-धान्य योजना के अंतर्गत विभिन्न किसानों से संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम में 731 कृषि विज्ञान केंद्र, आईसीएआर के 113 संस्थान, मंडियां, किसान समृद्धि केंद्र और पंचायतें भी शामिल होंगी। लगभग 1 करोड़ किसान कहीं न कहीं से प्रधानमंत्री से प्रेरणा प्राप्त करेंगे और सवा करोड़ किसान ऑनलाइन जुड़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये नई योजनाएं आत्मनिर्भरता और उत्पादकता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण हैं। शिवराज सिंह ने बताया कि 2014 से अब तक खाद्यान्न उत्पादन में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और गेहूं और चावल में हम पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि दालों का उत्पादन आज 242 लाख टन है और इसे बढ़ाकर 350 लाख टन करना है। इसके लिए हमें उच्च उत्पादकता वाले बीज विकसित करने होंगे। दलहन मिशन के तहत इस दिशा में प्रयास किए जाने हैं।
चौहान ने बताया कि 11 अक्टूबर को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों को रेखांकित करेंगे। इस अवसर पर कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले किसानों और संगठनों को सम्मानित किया जाएगा।