क्या पीएम मोदी ने हमेशा देश की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाया? - आजाद अंसारी
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- उत्तरी प्रदेश में साफ-सुथरा माहौल सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी हैं।
- एनडीए सरकार के विकास कार्यों पर जनता का विश्वास बढ़ा है।
लखनऊ, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर में २५ नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण महोत्सव को मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने अत्यंत भव्य और ऐतिहासिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदैव देश की सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहित करने और विकास को आगे बढ़ाने के लिए कार्य किया है।
उत्तर प्रदेश के मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा देश के हित में काम किया है और वह हमेशा चाहते हैं कि भारत उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ता रहे। देश में खुशहाली बनी रहे और देश की गाथा और इतिहास लोगों तक पहुंचे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आज उन्नति की ओर अग्रसर है। इसमें कोई संदेह नहीं है। इसके साथ ही लोग ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं और भारत में खुशहाली देखने को मिल रही है।
दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में साफ-सुथरा माहौल और क्राइम-फ्री वातावरण बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी मेहनत से कार्य कर रहे हैं। यूपी के हर जनपद में लोग खुशी से रहें, किसी को कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जा रहा है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के एसआईआर को लेकर किए गए सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के मंत्री ने कहा कि देश में निष्पक्षता से चुनाव कराए जाएं, इसी को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग कार्य कर रहा है। लेकिन विपक्ष चाहता है कि निष्पक्षता न हो, इसी कारण ये लोग शोर मचा रहे हैं। जनता के दिलों में आज प्रधानमंत्री मोदी के प्रति विश्वास जग गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी भी देश और जनता के लिए कार्य नहीं किया है। इसीलिए जनता इन्हें नकार रही है और एनडीए को वापस ला रही है क्योंकि उन्हें एनडीए के कार्यों पर विश्वास हो गया है। देश का विकास केवल एनडीए ही कर सकती है क्योंकि इसमें परिवारवाद की भावना नहीं है। इसी वजह से कांग्रेस के नेता एसआईआर का विरोध कर रहे हैं।