क्या उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अनियमित बिजली कटौती ने गर्मी में लोगों की परेशानी बढ़ाई?

सारांश
Key Takeaways
- गर्मी और बिजली कटौती का संयोजन नागरिकों के लिए बड़ी चुनौती है।
- अघोषित बिजली कटौती छोटे उद्योगों और दैनिक जीवन को प्रभावित कर रही है।
- उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनने और समाधान की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है।
प्रयागराज, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगातार बढ़ रही उमस भरी भीषण गर्मी ने लोगों की स्थिति को बेहद कठिन बना दिया है। इस बीच, प्रचंड गर्मी में बिजली कटौती ने नागरिकों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। बिजली उपभोक्ताओं ने रविवार को अपनी व्यथा साझा की।
जिले में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच बिजली कटौती ने लोगों को परेशान कर रखा है। कई मोहल्लों में घंटों की बिजली कटौती और ट्रिपिंग ने उपभोक्ताओं को बेहाल कर दिया है। गर्मी में बिजली की आंख-मिचौली जारी है। अघोषित बिजली कटौती से न केवल उपभोक्ता बल्कि आम जनमानस भी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है। यह कटौती छोटे उद्योगों को भी प्रभावित कर रही है और महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को बेहद कठिनाई हो रही है।
एक महिला शिकायतकर्ता ने कहा, "सबसे बड़ी समस्या कटियामारों (अवैध कनेक्शन लेने वालों) से है, जिसके कारण ओवरलोडिंग और बिजली ट्रिपिंग होती है। घरों में बीमार बुजुर्गों और पढ़ाई कर रहे बच्चों को बहुत परेशानी हो रही है। दिन में तो हम किसी तरह सहन कर लेते हैं, लेकिन रात की गर्मी में नींद नहीं आ पाती।"
एक अन्य महिला ने बताया, "बिजली कटौती से पानी की समस्या भी उत्पन्न हो रही है। जब बिजली होती है, तब पानी मिलता है, लेकिन जब बिजली नहीं होती तो पानी भी नहीं मिलता। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।"
एक अन्य उपभोक्ता ने भी अनियमित बिजली कटौती की समस्या को दोहराया। उन्होंने कहा, "दिन में तो कुछ होता है, लेकिन रात में बिजली जाने से नींद पूरी नहीं हो पाती। इसी तरह, अनियमित बिजली कटौती से दुकानदारों का व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है।"
एक सैलून संचालक ने कहा, "बहुत कठिनाई हो रही है। बिजली न होने के कारण गर्मी में लोगों को परेशानी हो रही है। ग्राहक भी नहीं आ रहे हैं।"