क्या पंजाब पुलिस ने जग्गू भगवानपुरिया गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- पंजाब पुलिस ने जग्गू भगवानपुरिया गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तारी के दौरान आधुनिक हथियार बरामद हुए।
- अमृत दलम, विदेशी हैंडलर, गैंग को निर्देश दे रहा था।
- पंजाब पुलिस सक्रिय गैंगस्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
- गिरफ्तारियों के पीछे की कहानी में कई अनसुलझे पहलू हैं।
चंडीगढ़, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब पुलिस ने अपराध पर अंकुश लगाने के अपने प्रयास में एक और महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने होशियारपुर पुलिस के सहयोग से एक विशेष अभियान चलाकर जग्गू भगवानपुरिया गैंग के दो प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से आधुनिक हथियार बरामद हुए हैं।
डीजीपी पंजाब पुलिस के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर साझा की गई जानकारी के अनुसार, एजीटीएफ ने होशियारपुर पुलिस के साथ मिलकर एक बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सविंदर सिंह उर्फ बोधी और सुखमन उर्फ जशन के रूप में हुई है। दोनों कलानौर और गुरदासपुर के निवासी हैं और उनके पास से अत्याधुनिक हथियार बरामद किए गए हैं।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ये दोनों आरोपी अपने विदेशी हैंडलर अमृत दलम के निर्देश पर काम कर रहे थे। वे हाल ही में कलानौर के वडाला बांगर में एक मेडिकल स्टोर पर डॉ. हरि सिंह पर की गई गोलीबारी के मामले में वांछित थे। पुलिस को जानकारी मिली थी कि आरोपी होशियारपुर क्षेत्र में सक्रिय हैं और अगली साजिश रचने की योजना बना रहे थे। एजीटीएफ और होशियारपुर पुलिस की टीमों ने संयुक्त रूप से छापेमारी की, जिसमें दोनों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार किए गए सविंदर सिंह उर्फ बोधी (उम्र 28 वर्ष) और सुखमन उर्फ जशन (उम्र 25 वर्ष) दोनों कलानौर के निवासी हैं। पूछताछ के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि अमृत दलम, जो कि कनाडा में छिपा है, उन्हें हथियार और फंडिंग प्रदान कर रहा था। दलम, जो जेल में बंद है, फिर भी गैंग को विदेश से संचालित कर रहा है।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो ग्लॉक पिस्तौल, एक जेगाना पिस्तौल, एक पीएक्स30 पिस्तौल और एक मोटरसाइकिल बरामद की। ये हथियार विदेश से तस्करी कर लाए गए थे और इन्हें लक्ष्य हत्या के लिए उपयोग किया जाना था। पुलिस थाना दसूया, होशियारपुर में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले में आगे की जांच जारी है, जिसमें अन्य सदस्यों और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है।
डीजीपी पंजाब ने अपने पोस्ट में यह स्पष्ट किया है कि पंजाब पुलिस पूरे प्रदेश में सक्रिय गैंगस्टर नेटवर्क को समाप्त करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।