क्या आरएसएस के स्मारक सिक्के और टिकट अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं?

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क्या आरएसएस के स्मारक सिक्के और टिकट अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं?

सारांश

आरएसएस की 100वीं वर्षगांठ पर कोलकाता टकसाल द्वारा जारी किए गए स्मारक सिक्के और डाक टिकट अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इस ऐतिहासिक पहल के माध्यम से, लोग भारतीय संस्कृति और एकता के प्रतीक का हिस्सा बन सकते हैं। जानिए कैसे आप इन्हें खरीद सकते हैं और इसके पीछे का महत्व क्या है।

Key Takeaways

  • आरएसएस की 100वीं वर्षगांठ पर स्मारक सिक्के और डाक टिकट जारी किए गए हैं।
  • ये सिक्के और टिकट ऑनलाइन खरीदने के लिए उपलब्ध हैं।
  • यह पहल आरएसएस के योगदान को मान्यता देती है।
  • डाक टिकट संग्रहकर्ताओं के लिए भी एक खास मौका है।
  • यह भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक है।

नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर कोलकाता टकसाल द्वारा जारी किए गए स्मारक सिक्के अब आधिकारिक वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन खरीदे जा सकते हैं।

भारत सरकार ने आरएसएस की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, जो एक प्रमुख सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है, विशेष स्मारक सिक्के और डाक टिकट जारी किए हैं, जो राष्ट्रीय एकता और सेवा में इसके योगदान को दर्शाते हैं।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय ने 'एक्स' पर एक पोस्ट के माध्यम से इस बात की घोषणा की, जिसमें आरएसएस की समर्पण और सामाजिक प्रभाव की एक शताब्दी लंबी यात्रा के महत्व को उजागर किया गया।

ये सिक्के, जो आरएसएस की विरासत को सम्मानित करने के लिए बनाए गए हैं, उत्साही लोगों और समर्थकों के लिए एक बहुमूल्य संग्रहणीय वस्तु बनने की संभावना रखते हैं।

सिक्कों के साथ जारी किए गए विशेष डाक टिकट देशभर के फिलेटली ब्यूरो से प्राप्त किए जा सकते हैं, जिससे डाक टिकट संग्रहकर्ताओं और आम जनता को इस ऐतिहासिक उपलब्धि का एक अंश प्राप्त करने का मौका मिलेगा।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस उपलब्धि के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, भारत सरकार ने सेवा, एकता और समर्पण की एक शताब्दी का सम्मान करते हुए विशेष स्मारक सिक्के और डाक टिकट जारी किए हैं।"

इस पहल को व्यापक रूप से सराहा गया है और इसे एक ऐसे संगठन के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि माना जा रहा है, जिसने एक सदी तक भारत के सामाजिक-सांस्कृतिक परिदृश्य को आकार दिया है।

डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा 1925 में स्थापित आरएसएस, एकता, अनुशासन और निस्वार्थ सेवा के मूल्यों को बढ़ावा देते हुए भारत के सबसे प्रभावशाली संगठनों में से एक बन गया है।

Point of View

मैं मानता हूं कि इस तरह की पहलकदमियों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की क्षमता है।
NationPress
10/10/2025

Frequently Asked Questions

आरएसएस के स्मारक सिक्के और टिकट कैसे खरीदें?
आप इन्हें आरएसएस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
क्या ये सिक्के संग्रहणीय हैं?
जी हां, ये सिक्के और टिकट संग्रहणीय वस्तुएं हैं और आपके संग्रह में एक मूल्यवान जोड़ हो सकते हैं।
क्या डाक टिकट भी उपलब्ध हैं?
हाँ, ये विशेष डाक टिकट भी उपलब्ध हैं, जिन्हें देशभर के फिलेटली ब्यूरो से प्राप्त किया जा सकता है।