क्या टीम इंडिया ने पाकिस्तानी मंत्री से ट्रॉफी न लेकर देश का सिर ऊंचा किया? : संजय उपाध्याय

सारांश
Key Takeaways
- टीम इंडिया ने एशिया कप में पाकिस्तान को हराकर नौवीं बार खिताब जीता।
- खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी मंत्री से ट्रॉफी न लेकर देश का गौरव बढ़ाया।
- संजय उपाध्याय ने इस जीत को राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक बताया।
- भारत की देशभक्ति और खेल भावना को सराहा गया।
- बीएमसी चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की संभावित जीत पर विश्वास व्यक्त किया गया।
मुंबई, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के भाजपा नेता संजय उपाध्याय ने एशिया कप के फाइनल में भारत द्वारा पाकिस्तान पर पाँच विकेट से विजय प्राप्त करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को हराकर टीम इंडिया ने नौवीं बार खिताब जीता है।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में उपाध्याय ने भारतीय टीम के उस निर्णय की प्रशंसा की जिसमें उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अध्यक्ष और पाकिस्तानी गृह मंत्री मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार किया।
उन्होंने कहा कि पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम अजेय रही और पाकिस्तान को तीन बार हराकर हर भारतीय का मान बढ़ाया। फाइनल में खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी मंत्री से ट्रॉफी न लेकर देशवासियों का सिर ऊंचा किया।
भाजपा नेता ने कहा कि खेलना हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन आतंकवाद का समर्थन करने वाले देश से दोस्ती संभव नहीं। कप्तान सूर्यकुमार यादव द्वारा हाथ मिलाने से बचना उनकी देशभक्ति को दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि मैदान पर खिलाड़ियों का प्रदर्शन युद्ध से कम नहीं था, जिसने भारत की शान बढ़ाई। पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने मजाक उड़ाने की कोशिश की, लेकिन हमारे खिलाड़ियों ने उन्हें करारा जवाब दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक्स पर भारत की जीत को 'ऑपरेशन सिंदूर' से जोड़ा, जिसे उपाध्याय ने सराहा और कहा कि यह जीत हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है।
आई लव मोहम्मद विवाद पर उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने इष्टदेव से प्रेम करने का अधिकार है, लेकिन दूसरों को आहत करना उचित नहीं। हम हमेशा महादेव और श्रीराम से प्रेम करते हैं और सनातन धर्म का संदेश फैलाते हैं, कभी किसी को नीचा नहीं दिखाते।
उपाध्याय ने चुनाव नजदीक आने पर कुछ लोगों द्वारा जाति, भाषा और धर्म के नाम पर विभाजन की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाषा और जाति का मुद्दा सफल नहीं हुआ, और धर्म का प्रयास भी विफल रहेगा।
बीएमसी चुनाव को लेकर उपाध्याय ने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना के नेतृत्व में भाजपा-शिवसेना गठबंधन आगामी महापालिका चुनाव में शानदार जीत हासिल करेगा।