क्या उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने 93वें वायु सेना दिवस पर भारतीय वायु सेना को शुभकामनाएं दीं?

सारांश
Key Takeaways
- उपराष्ट्रपति ने भारतीय वायु सेना को शुभकामनाएं दीं।
- वायु सेना का समर्पण और सेवा की प्रशंसा की गई।
- सामाजिक न्याय मंत्रालय की गतिविधियों पर चर्चा हुई।
- पैरालंपिक में दिव्यांगजनों का प्रदर्शन सराहनीय है।
- एलिम्को के बदलावों की भी सराहना की गई।
नई दिल्ली, ८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को 93वें वायु सेना दिवस के अवसर पर भारतीय वायु सेना को शुभकामनाएं दीं।
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि हमारे आसमान की रक्षा करने से लेकर प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता प्रदान करने और जरूरत के समय सहायता प्रदान करने तक भारतीय वायु सेना राष्ट्र के प्रति समर्पण, अनुशासन और सेवा का प्रतीक है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' कई अन्य मिशनों के साथ, भारतीय सशस्त्र बलों, विशेष रूप से भारतीय वायु सेना के अमूल्य योगदान का प्रमाण है। सीपी राधाकृष्णन ने बहादुर वायु योद्धाओं की प्रोफेशनलिज्म, साहस और अटूट प्रतिबद्धता के लिए उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
वहीं, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार और केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने बुधवार को संसद भवन में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की।
बैठक के दौरान उपराष्ट्रपति को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के कामकाज और समाज के वंचित एवं हाशिए पर पड़े वर्गों को सशक्त बनाने में उसकी भूमिका से अवगत कराया गया। इस संक्षिप्त जानकारी में लक्षित समूहों के सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक विकास के उद्देश्य से संचालित विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं का विवरण शामिल था।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि पैरालंपिक और विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दिव्यांगजनों का प्रदर्शन बेहद उत्साहजनक है। उन्होंने सरकार की 'सहानुभूति से अवसर की ओर' की नीति में बदलाव की सराहना की और कहा कि इसके परिणाम पहले ही सामने आ चुके हैं।
सीपी राधाकृष्णन ने हाल के वर्षों में भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के उल्लेखनीय बदलाव की भी सराहना की तथा इसे दिव्यांगजनों की सेवा में प्रभावी सार्वजनिक क्षेत्र के प्रदर्शन का एक उदाहरण बताया।