क्या एनडीए का वोट विधानसभा चुनाव में बंटने से रोक पाएंगे उपेंद्र कुशवाहा?

Key Takeaways
- एनडीए ने विधानसभा चुनाव के लिए मजबूत रणनीति बनाई है।
- पवन सिंह का भाजपा में शामिल होना एनडीए के लिए लाभकारी हो सकता है।
- कुशवाहा की नाराजगी अब समाप्त हो गई है।
सासाराम, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए का वोट बंट गया था, परंतु विधानसभा चुनाव में हम इसे रोकने में सफल होंगे।
भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह के भाजपा में शामिल होने के संबंध में उन्होंने कहा कि इससे एनडीए को निश्चित रूप से फायदा होगा। सासाराम में एक वर्कशॉप के उद्घाटन समारोह में भाग लेते हुए कुशवाहा ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में शाहाबाद, मगध या बिहार के अन्य हिस्सों में एनडीए की जीत सुनिश्चित है।
कुशवाहा ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए एक मजबूत और प्रभावी रणनीति बना रहा है, और हम सब मिलकर इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस बार एनडीए की जीत को कोई नहीं रोक सकता।
एक मीडिया प्रश्न पर व्यक्तिगत टिप्पणी से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि हम एनडीए के पक्ष में सोचते हैं क्योंकि यह जनता के हित की बात करती है।
मंगलवार को पवन सिंह ने दिल्ली में उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की थी, और उसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले। पवन सिंह के एनडीए के नेताओं से मिलने के बाद बिहार की सियासत में हलचल मच गई है। माना जा रहा है कि मगध और शाहाबाद में कुशवाहा और राजपूतों का वोट एनडीए के पक्ष में एकत्रित होगा।
लोकसभा चुनाव में काराकाट से एनडीए के टिकट पर उपेंद्र कुशवाहा ने चुनाव लड़ा था, जबकि पवन सिंह निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे थे, जिसके कारण एनडीए को यह सीट गंवानी पड़ी थी। इस पर कुशवाहा की पवन सिंह से नाराजगी बढ़ गई थी, लेकिन मंगलवार को उनकी मुलाकात से यह नाराजगी समाप्त हो गई।