क्या भारत और ब्राज़ील के बीच आर्थिक साझेदारी बढ़ रही है? : हरदीप सिंह पुरी

सारांश
Key Takeaways
- भारत और ब्राज़ील के बीच आर्थिक साझेदारी में वृद्धि हो रही है।
- दोनों देश बायोफ्यूल के क्षेत्र में सहयोग कर रहे हैं।
- भारत, ब्राज़ील से हर साल 2.5 अरब डॉलर का कच्चा तेल खरीदता है।
- ओएनजीसी और पेट्रोब्रास के बीच तटीय अन्वेषण पर समझौता हुआ है।
- ब्राज़ील में भारत का 3.5 अरब डॉलर का निवेश है।
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को बताया कि भारत और ब्राजील के बीच आर्थिक साझेदारी तेज़ी से बढ़ रही है और दोनों देश कई नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा रहे हैं।
यह बयान केंद्रीय मंत्री ने ब्राजील के उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन के साथ बातचीत के बाद दिया।
हरदीप सिंह पुरी ने मीडिया से संवाद करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच बायोफ्यूल के क्षेत्र में साझेदारी और बढ़ रही है। भारत और ब्राजील ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस के संस्थापक सदस्य हैं, जिसमें आज 32 देश शामिल हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आर्थिक साझेदारी के क्षेत्र में तेज़ी से विकास हो रहा है और मुझे विश्वास है कि कई अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग की संभावनाएं हैं। हम हर साल ब्राजील से लगभग 2.5 अरब डॉलर का कच्चा तेल खरीदते हैं। हमारी कई कंपनियों ने ब्राजील की कंपनी पेट्रोब्रास के साथ दीर्घकालिक समझौते किए हैं, और मुझे लगता है कि हम और अधिक खरीद सकते हैं। हम ब्राजील को हाई-स्पीड डीजल और विमानन ईंधन भी प्रदान कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा सहयोग चाहे वह नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में हो या बायोफ्यूल या अन्य क्षेत्रों में, इसमें और वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं। उपराष्ट्रपति अल्कमिन के साथ मेरी चर्चा निश्चित रूप से ऊर्जा क्षेत्र के संदर्भ में थी, जहां हम एक साथ काम कर सकते हैं। ब्राजील में हमारा लगभग 3.5 अरब डॉलर का निवेश है।
पुरी ने कहा कि मुझे लगता है कि ओएनजीसी और पेट्रोब्रास ने हाल ही में तटीय अन्वेषण पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह यात्रा कई साल पहले लूला के पहले प्रशासन के दौरान शुरू हुई थी और अब गति पकड़ रही है।