क्या शेयर बाजार हरे निशान के साथ खुला, इन्फ्रा शेयरों में तेजी आई?

सारांश
Key Takeaways
- शेयर बाजार ने तेज शुरुआत की है।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर शेयरों में तेजी आई है।
- निफ्टी और सेंसेक्स के स्तर महत्वपूर्ण हैं।
- विदेशी और घरेलू निवेशकों के गतिविधियों पर ध्यान दें।
- बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव संभव है।
मुंबई, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में तेजी के साथ खुला। सुबह 9:35 पर सेंसेक्स 168 अंक या 0.21 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,506 और निफ्टी 55 अंक या 0.23 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,877 पर था।
दिग्गज इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी एलएंडटी के अच्छे नतीजों के कारण, शुरुआती कारोबार में इन्फ्रा शेयरों में तेजी देखी जा रही है और निफ्टी इन्फ्रा इंडेक्स 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था।
सेक्टोरल आधार पर पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, एनर्जी, प्राइवेट बैंक और इन्फ्रा हरे निशान में थे। वहीं, ऑटो, आईटी, रियल्टी, मीडिया और ऑयल एवं गैस लाल निशान में थे।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप में मिलाजुला कारोबार हो रहा था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 64 अंक या 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,920 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 11 अंक की मामूली बढ़त के साथ 18,263 पर था।
सेंसेक्स पैक में एलएंडटी, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, बीईएल, एमएंडएम और मारुति सुजुकी टॉप गेनर्स थे। वहीं, टाटा मोटर्स, इटरनल (जोमैटो), आईटीसी, टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएस, टाइटन, इन्फोसिस और रिलायंस टॉप लूजर्स थे।
चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग में एनालिस्ट हार्दिक मटालिया ने कहा कि निफ्टी ने 100 ईएमए के पास सपोर्ट लिया है। अगर यह 24,800 के स्तर को तोड़ने में सफल रहता है तो इसमें 25,000 और 25,200 के स्तर देखे जा सकते हैं। वहीं, अगर गिरावट होती है तो 24,600 का स्तर टूटने के बाद 24,200-24,160 के स्तर देखने को मिल सकते हैं।
एशिया के ज्यादातर बाजारों में तेजी के साथ कारोबार हो रहा था। टोक्यो, शंघाई, बैंकॉक और सोल हरे निशान में थे, जबकि हांगकांग और जकार्ता लाल निशान में थे। अमेरिकी बाजार मंगलवार को लाल निशान में बंद हुए थे।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 29 जुलाई को बिकवाली का सिलसिला जारी रखते हुए 4,636 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) शुद्ध खरीदार बने रहे और उन्होंने उसी दिन शेयरों में 6,146 करोड़ रुपए का निवेश इक्विटी में किया।