क्या प्रधानमंत्री मोदी के वित्तीय सुधारों और समावेशी विकास नीतियों ने भारत की विकास गाथा लिखी?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने नई ऊंचाइयों को छुआ है।
- 'अंत्योदय से सर्वोदय' का दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है।
- ऑपरेशन सिंदूर जैसे क्षणों में मोदी का नेतृत्व प्रेरणादायक रहा है।
- भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के रास्ते पर है।
- केंद्रीय मंत्रियों ने मोदी की दीर्घायु और स्वास्थ्य की कामना की है।
नई दिल्ली, १७ सितंबर (राष्ट्र प्रेस) केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि 'अंत्योदय से सर्वोदय' के दृष्टिकोण पर आधारित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन, वित्तीय सुधारों और समावेशी विकास की नीतियों ने भारत की वैश्विक विकास गाथा को लिखा है।
प्रधानमंत्री मोदी को उनके ७५वें जन्मदिन पर बधाई देते हुए, पुरी ने कहा कि १९४७ के बाद से हमारे इतिहास में किसी भी चरण में ११ वर्षों के सीमित समय में इतनी उपलब्धियां नहीं मिलीं, जितनी प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी और परिवर्तनकारी मार्गदर्शन में प्राप्त हुई हैं।
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "आज भारतमाता के प्रति पूर्णतः समर्पित एक नेता के ७५ वर्ष पूरे होने का उत्सव है, और एक प्रचारक से राष्ट्र के प्रधान सेवक बनने तक की उनकी अत्यंत गहन यात्रा का उत्सव है।"
उनके अनुसार, भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के मार्ग पर है और हम दृढ़ता से विकसित भारत की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जैसे क्षणों में प्रधानमंत्री मोदी का दृढ़ नेतृत्व और साथी नागरिकों के प्रति करुणामय समर्पण, विशेष रूप से वैश्विक संकटों के दौरान, प्रेरणादायक रहा है।
उन्होंने कहा, "हमारे दिलों में यह दृढ़ विश्वास है कि भारत सही और अडिग रास्ते पर है, और इस अभूतपूर्व यात्रा को प्रधानमंत्री मोदी के विजन और नेतृत्व द्वारा गति मिल रही है।"
केंद्रीय रेल और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को एक नई दिशा, नई प्रेरणा और नई ऊर्जा दी है।
उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "आपके दिखाए मार्ग पर चलकर भारत समृद्ध होगा, सशक्त बनेगा और २०४७ तक एक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प पूरा करेगा।"
केंद्रीय मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी की दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना भी की है।