क्या मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच सेंसेक्स-निफ्टी में मामूली बढ़त हो रही है?

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क्या मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच सेंसेक्स-निफ्टी में मामूली बढ़त हो रही है?

सारांश

भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार वार्ता में प्रगति के साथ, आज भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी ने हरे निशान में शुरुआत की। जानें कैसे वैश्विक संकेतों ने बाजार को प्रभावित किया और निवेशकों का सेंटिमेंट क्या है।

Key Takeaways

  • सेंसेक्स ने ८१,५१० पर कारोबार किया।
  • निफ्टी ने २४,९९७ पर कारोबार किया।
  • निफ्टी मिडकैप 100 में ०.१६ प्रतिशत की वृद्धि हुई।
  • निफ्टी मीडिया में १.४६ प्रतिशत की तेजी देखी गई।
  • विदेशी निवेशकों ने ११५.६९ करोड़ रुपए के शेयर बेचे।

मुंबई, ११ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार वार्ता में प्रगति के साथ-साथ अन्य वैश्विक संकेतों के कारण गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ने हरे निशान में शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी ने मामूली बढ़त दर्ज की।

सुबह ९.२५ बजे तक, सेंसेक्स ८५ अंक या ०.११ प्रतिशत बढ़कर ८१,५१० पर और निफ्टी २४ अंक या ०.०९ प्रतिशत बढ़कर २४,९९७ पर कारोबार कर रहा था।

ब्रॉडकैप सूचकांकों में बेंचमार्क सूचकांकों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन के साथ निफ्टी मिडकैप 100 में ०.१६ प्रतिशत और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में ०.२८ प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

निफ्टी पैक में एनटीपीसी, ओएनजीसी, टीसीएस और एसबीआई शीर्ष लाभार्थी रहे। वहीं, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, हीरो मोटरकॉर्प, डॉ रेड्डीज लैब्स, टेक महिंद्रा और ट्रेंट शीर्ष हानि में रहे।

सेक्टोरल फ्रंट पर निफ्टी मीडिया १.४६ प्रतिशत की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था। निफ्टी पीएसयू बैंक १.११ प्रतिशत और निफ्टी ऑयल एंड गैस ०.९१ प्रतिशत की वृद्धि में थे। अन्य सभी सूचकांकों में मामूली बढ़त या गिरावट आई।

अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार वार्ता में सकारात्मक प्रगति के कारण, निफ्टी ने पिछले कारोबारी दिन लगातार छठे सत्र में अपनी तेजी बनाए रखी।

बाजार का सेंटीमेंट सतर्क और आशावादी बना हुआ है, हालाँकि निरंतर अस्थिरता और मिले-जुले वैश्विक संकेत निवेशकों के विश्वास पर दबाव बना रहे हैं।

विश्लेषकों का कहना है कि २५,१६० से ऊपर एक निर्णायक कदम २५,३४० की ओर रास्ता खोल सकता है, जबकि तत्काल समर्थन २४,९५० और २४,८५० के स्तर पर है।

एशिया-प्रशांत बाजारों में, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ी हैं, जबकि निवेशकों ने चीन के अगस्त मुद्रास्फीति के आंकड़ों का भी आकलन किया। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में चीन में उपभोक्ता मूल्य में सालाना आधार पर ०.४ प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

सुबह के सत्र में एशियाई बाजारों में शानदार बढ़त देखी गई। चीन का शंघाई सूचकांक ०.९२ प्रतिशत और शेन्जेन सूचकांक २.३२ प्रतिशत की बढ़त में रहा। जापान का निक्केई ०.९९ प्रतिशत बढ़ा, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक ०.४१ प्रतिशत की गिरावट में रहा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी ०.३१ प्रतिशत की बढ़त में रहा।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को ११५.६९ करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने ५,००४.२९ करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।

Point of View

मैं यह कहना चाहूंगा कि वर्तमान में भारतीय शेयर बाजार में दिख रही सकारात्मकता का मुख्य कारण भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति है। हालाँकि, वैश्विक संकेत में निरंतर अस्थिरता निवेशकों के विश्वास को प्रभावित कर रही है। हमें सतर्क रहना चाहिए और बाजार की स्थिरता की दिशा में देखना चाहिए।

NationPress
11/09/2025

Frequently Asked Questions

सेंसेक्स और निफ्टी में आज क्या हुआ?
सेंसेक्स और निफ्टी ने आज हरे निशान में कारोबार शुरू किया है।
निफ्टी के प्रमुख लाभार्थी कौन थे?
एनटीपीसी, ओएनजीसी, टीसीएस और एसबीआई निफ्टी के टॉप गेनर्स थे।
क्या अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिए हैं?
हाँ, अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ी हैं।