क्या इसरो ने चंद्रयान-2 ऑर्बिटर से एडवांस डेटा प्रोडक्ट्स प्राप्त किए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- इसरो ने चंद्रयान-2 से एडवांस डेटा प्रोडक्ट्स प्राप्त किए हैं।
- ये डेटा चंद्रमा के पोलर क्षेत्र के बारे में नई जानकारी प्रदान करते हैं।
- यह ग्लोबल एक्सप्लोरेशन में भारत का महत्वपूर्ण योगदान है।
- चंद्रमा की सतह की फिजिकल और डाइइलेक्ट्रिक प्रॉपर्टीज के अध्ययन में मदद मिलेगी।
- इसरो ने स्वदेशी रूप से डेटा प्रोडक्ट्स उत्पन्न किए हैं।
नई दिल्ली, ८ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार को चंद्रयान-२ ऑर्बिटर से एडवांस डेटा प्रोडक्ट्स प्राप्त करने की घोषणा की। इसमें चंद्रमा के पोलर क्षेत्र की फिजिकल और डाइइलेक्ट्रिक प्रॉपर्टीज पर नए पैरामीटर्स शामिल हैं।
इसरो का कहना है कि यह भविष्य में ग्लोबल एक्सप्लोरेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण विकास है।
संगठन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "इसरो को चंद्रयान-२ ऑर्बिटर से एडवांस डेटा प्रोडक्ट्स प्राप्त हुए हैं, जो लूनर पोलर रीजन के बारे में गहरी समझ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।"
इसरो ने आगे बताया कि इसमें चंद्रमा की सतह की फिजिकल और डाइइलेक्ट्रिक प्रॉपर्टीज से संबंधित महत्वपूर्ण पैरामीटर्स शामिल हैं।
संगठन ने कहा, "यह चंद्रमा के भविष्य के ग्लोबल एक्सप्लोरेशन की दिशा में भारत का एक बहुत बड़ा योगदान होगा।"
लूनर ऑर्बिट में चंद्रयान-२ ऑर्बिटर ने अपने डुअल फ्रीक्वेंसी सिंथेटिक अपर्चर रडार (डीएफएसएआर) से २०१९ से लगभग १४०० रडार डेटासेट और उच्च गुणवत्ता वाले डेटा उपलब्ध कराए हैं।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह पहला ऐसा उपकरण है, जो २५ मीटर/पिक्सल के रेजोल्यूशन पर चंद्रमा को एल-बैंड फुल-पोलरिमेट्रिक मोड में मैप करता है।
यह एडवांस्ड रडार मोड सिग्नल को वर्टिकल और हॉरिजॉन्टल दोनों दिशाओं में भेजने और रिसीव करने में सक्षम है। यह चंद्रमा की सतह से संबंधित प्रॉपर्टीज का अध्ययन करने के लिए एक उपयोगी उपकरण है।
अहमदाबाद में स्पेस एप्लीकेशंस सेंटर के वैज्ञानिकों ने इन डेटा सेट्स का उपयोग करते हुए वॉटर-आईस की संभावित मौजूदगी, सतह के खुरदरापन और डाईइलेक्ट्रिक कॉन्स्टेंट पर एडवांस डेटा प्रोडक्ट्स विकसित किए हैं।
डाईइलेक्ट्रिक कॉन्स्टेंट चंद्रमा की सतह की डेंसिटी और पोरसिटी जैसे विशेषताओं को दर्शाता है।
इसरो ने बताया कि फुल-पोलरिमेट्रिक डेटा के विश्लेषण के लिए एल्गोरिदम विकसित किए गए हैं। इसके अलावा, इसरो ने स्वदेशी रूप से डेटा प्रोडक्ट्स भी उत्पन्न किए हैं।
ये एडवांस्ड डेटा प्रोडक्ट्स चंद्रमा के पोलर क्षेत्र के बारे में पहली और विशेष जानकारी प्रदान कर सकते हैं।