क्या बेसिक होम लोन ने रक्षा कर्मियों के लिए ‘उड़ चलो’ के साथ विशेष होम लोन ऑफर किया है?

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क्या बेसिक होम लोन ने रक्षा कर्मियों के लिए ‘उड़ चलो’ के साथ विशेष होम लोन ऑफर किया है?

सारांश

बेसिक होम लोन और उड़ चलो ने रक्षा कर्मियों के लिए एक नई साझेदारी की घोषणा की है, जो उन्हें विशेष होम लोन समाधान उपलब्ध कराने में मदद करेगी। जानें इस पहल के पीछे का उद्देश्य और कैसे यह रक्षा परिवारों के लिए फायदेमंद साबित होगा।

Key Takeaways

  • बेसिक होम लोन और उड़ चलो की साझेदारी से रक्षा कर्मियों को विशेष होम लोन समाधान मिलेंगे।
  • यह साझेदारी घर खरीदने की प्रक्रिया को सरल बनाएगी।
  • किफायती आवास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
  • यह पहल चंडीगढ़ और पुणे से शुरू होकर अन्य रक्षा केंद्रों तक पहुंचेगी।
  • 1,000 करोड़ रुपये तक के ऋण वितरण की उम्मीद है।

नई दिल्ली, 24 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के सबसे तेजी से विकसित हो रहे मॉर्गेज-केंद्रित फिनटेक प्लेटफॉर्म बेसिक होम लोन (बीएएसआईसी) ने सेवारत और सेवानिवृत्त रक्षा कर्मियों और उनके परिवारों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए होम लोन समाधान उपलब्ध कराने के लिए 'उड़ चलो' हाउसिंग के साथ साझेदारी की है।

इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य रक्षा और सीएपीएफ परिवारों के लिए घर खरीदने की प्रक्रिया को सरल बनाना है। इस पहल में बेसिक की 150 से अधिक ऋणदाताओं की पहुंच और 'उड़ चलो' की रक्षा आवास जरूरतों की गहरी समझ को एक साथ लाया गया है। दोनों कंपनियां मिलकर रक्षा खरीदारों को सत्यापित, रक्षा-अनुकूल आवासीय परियोजनाओं की खोज करने और एक ही सुव्यवस्थित प्लेटफॉर्म के जरिए प्रतिस्पर्धी होम लोन प्राप्त करने में सक्षम बनाएंगी।

इस सहयोग के अंतर्गत, बेसिक होम लोन रेरा-पंजीकृत, रेडी-टू-मूव और निकट-हस्तांतरण (नियर पज़ेशन) आवासीय परियोजनाओं के लिए होम फाइनेंस की सुविधा प्रदान करेगा। ये परियोजनाएं मुख्य रूप से 20 लाख रुपये और उससे अधिक कीमत श्रेणी में होंगी, जिनमें 1.5, 2 और कॉम्पैक्ट 3 बीएचके घर, प्लॉटेड डेवलपमेंट और रो हाउस शामिल हैं।

इस पहल का फोकस किफायती और मध्यम आय वर्ग के आवास पर है। परियोजनाओं का चयन रक्षा परिवारों की आय प्रोफाइल और उपयोग आवश्यकताओं के अनुसार किया गया है। इसकी शुरुआत चंडीगढ़ और पुणे से होगी और धीरे-धीरे इसे देश के प्रमुख रक्षा केंद्रों तक विस्तारित किया जाएगा।

अगले तीन वर्षों में बेसिक होम लोन को इस साझेदारी के माध्यम से 1,000 करोड़ रुपये तक के ऋण वितरण की उम्मीद है। यह साझेदारी ऐसे समय में हुई है, जब किफायती आवास खंड में मजबूत गति देखी जा रही है। यह खंड वर्ष 2024 में लगभग 3.17 अरब डॉलर का आंका गया है और 2030 तक लगभग 19.8 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर के साथ बढ़कर 9.46 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें उत्तर भारत वर्तमान में सबसे बड़ा बाजार है।

बेसिक होम लोन के सीईओ और सह-संस्थापक अतुल मोंगा ने कहा, “रक्षा कर्मी स्थिर आय और अनुशासित क्रेडिट व्यवहार वाले मजबूत उधारकर्ता वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन उनकी आवास वित्त जरूरतें अक्सर पूरी नहीं हो पातीं। 'उड़ चलो' के साथ साझेदारी हमें रक्षा-विशेष आय संरचना, पोस्टिंग और दीर्घकालिक योजना को ध्यान में रखते हुए अनुकूलित ऋण विकल्प उपलब्ध कराने में सक्षम बनाती है।”

बेसिक होम लोन के बिजनेस हेड (बिल्डर बिजनेस) राहुल सिंह सिरोही ने कहा, “इस साझेदारी के माध्यम से हम रक्षा परिवारों की जीवनशैली, बजट और दीर्घकालिक जरूरतों के अनुरूप प्रतिस्पर्धी फाइनेंसिंग तक पहुंच सुनिश्चित कर रहे हैं। बिल्डरों, ऋणदाताओं और 'उड़ चलो' जैसे प्लेटफॉर्म को एकसाथ जोड़कर हम एक अधिक विश्वसनीय और पारदर्शी होम-बाइंग इकोसिस्टम तैयार कर रहे हैं।”

'उड़ चलो' इस साझेदारी में सेवारत सशस्त्र बल कर्मियों, पूर्व सैनिकों, रक्षा नागरिकों और उनके परिवारों का एक बड़ा कैप्टिव यूजर बेस लेकर आया है। यह प्लेटफॉर्म रणनीतिक और रक्षा-प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के पास स्थित परियोजनाओं का चयन करता है, जिनमें स्पष्ट टाइटल, बैंक-स्वीकार्य दस्तावेज और रक्षा परिवारों की आय के अनुरूप यथार्थवादी मूल्य निर्धारण सुनिश्चित किया जाता है।

'उड़ चलो' के सीईओ शिवम अरेन ने कहा, “रक्षा परिवारों के लिए आवास सबसे महत्वपूर्ण लेकिन जटिल निर्णयों में से एक है। बेसिक होम लोन के साथ साझेदारी कर हम संपत्ति खोज से आगे बढ़कर फाइनेंसिंग तक अपना सहयोग बढ़ा रहे हैं, ताकि हमारे उपयोगकर्ताओं को कई ऋणदाताओं, प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों और घर खरीदने की पूरी प्रक्रिया में मार्गदर्शन मिल सके।”

अगले 3-5 वर्षों में बेसिक होम लोन और 'उड़ चलो' का लक्ष्य प्रमुख छावनियों तथा टियर-2 और टियर-3 शहरों में रक्षा-केंद्रित आवास वित्त को औपचारिक रूप देना और उसका विस्तार करना है, जिससे पहली बार घर खरीदने वालों, सेवारत कर्मियों और सेवानिवृत्त लोगों के लिए एक संरचित इकोसिस्टम तैयार किया जा सके।

बेसिक होम लोन एक ‘फिजिटल’ होम लोन मॉडल पर काम करता है, जिसमें उसकी स्वामित्व वाली लेंडर-मैचिंग टेक्नोलॉजी स्टैक और 150 से अधिक ऋण साझेदारों तक पहुंच शामिल है। कंपनी ने अब तक 3.50 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवाएं दी हैं और देशभर के 650 से अधिक जिलों में लगभग 45,000 करोड़ रुपये की कुल स्वीकृतियां हासिल की हैं।

Point of View

बल्कि यह देश में आवास वित्त की दिशा में एक सकारात्मक कदम भी है। यह कदम निश्चित रूप से उन परिवारों के लिए महत्वपूर्ण होगा जो अपने घर के सपने को साकार करना चाहते हैं।
NationPress
24/12/2025

Frequently Asked Questions

बेसिक होम लोन का उद्देश्य क्या है?
बेसिक होम लोन का उद्देश्य रक्षा कर्मियों और उनके परिवारों के लिए विशेष होम लोन समाधान प्रदान करना है।
इस साझेदारी का लाभ किसे मिलेगा?
यह साझेदारी सेवारत और सेवानिवृत्त रक्षा कर्मियों और उनके परिवारों को लाभ पहुंचाएगी।
क्या इस पहल से किफायती आवास उपलब्ध होगा?
हाँ, इस साझेदारी का फोकस किफायती और मध्यम आय वर्ग के आवास पर है।
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