क्या धनुष ने एक्टिंग स्कूल से बचने के लिए उपवास रखा, लेकिन सुपरस्टार बन गए?

सारांश
Key Takeaways
- धनुष ने अभिनय से दूर भागने के लिए उपवास रखा था।
- उन्होंने 2002 में अपने करियर की शुरुआत की।
- फिल्म 'आदुकलम' ने उन्हें पहचान दिलाई।
- धनुष ने बॉलीवुड और हॉलीवुड दोनों में काम किया है।
- उनकी सादगी और मेहनत लाखों लोगों के लिए प्रेरणा हैं।
मुंबई, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध अभिनेता धनुष आज विश्वभर में अपनी अद्वितीय पहचान बना चुके हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस अभिनय के लिए आज उन्हें इतना प्यार मिलता है, कभी उनके लिए यह एक बोझ जैसा था? वह अभिनय से बचने के लिए अनेकों बहाने बनाते थे, और जब बहाने काम नहीं आते थे, तो भगवान की शरण में जाकर उपवास रखते थे, ताकि वह एक्टिंग स्कूल जाने से बच सकें। यह किस्सा उनकी जिंदगी के सबसे मजेदार लम्हों में से एक है।
धनुष का असली नाम वेंकटेश प्रभु कस्तूरी राजा है। उनका जन्म 28 जुलाई 1983 को तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ। वह एक फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जहाँ उनके पिता कस्तूरी राजा और बड़े भाई सेल्वाराघवन एक प्रसिद्ध निर्देशक हैं।
फिल्मी परिवार में होने के बावजूद उन्हें अभिनय से कोई लगाव नहीं था। बचपन में वह हमेशा इस क्षेत्र से दूर भागते थे। उनकी रुचि खाना बनाने में थी और वह शेफ बनने का सपना देखते थे। जब उनके परिवार ने उन्हें एक्टिंग स्कूल भेजने की योजना बनाई, तो उन्होंने इसका विरोध किया और खाना भी छोड़ दिया।
एक्टिंग स्कूल से बचने के लिए वह उपवास तक रखने लगे थे। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। परिवार के प्रोत्साहन पर उन्होंने धीरे-धीरे अभिनय की दुनिया को अपनाया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
धनुष ने अपने करियर की शुरुआत 2002 में फिल्म 'थुल्लुवाधो इलमई' से की, जिसे उनके पिता ने निर्देशित किया था। इसके बाद उन्होंने कई सफल फिल्में कीं, लेकिन 2006 में आई फिल्म 'पुधुपेट्टई' से उन्हें खास पहचान मिली। इस फिल्म का निर्देशन उनके भाई ने किया था और उन्होंने इसमें गैंगस्टर की भूमिका निभाई थी।
2011 में रिलीज हुई फिल्म 'आदुकलम' उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। इसमें उन्होंने एक मुर्गा लड़ाने वाले युवक का किरदार निभाया और इसके लिए उन्हें नेशनल फिल्म अवार्ड से सम्मानित किया गया।
इसी वर्ष उन्होंने एक गाना 'व्हाई दिस कोलावेरी डी' गाया, जो इंटरनेट पर वायरल हो गया। इसे केवल 6 मिनट में लिखा गया और 35 मिनट में रिकॉर्ड किया गया। यह गाना भारत का पहला यूट्यूब हिट बना, जिसे 100 मिलियन से अधिक बार देखा गया।
2013 में धनुष ने हिंदी फिल्म 'रांझणा' से बॉलीवुड में कदम रखा। इसमें उन्होंने बनारसी लड़के का किरदार निभाया और अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ 'शमिताभ', सारा अली खान और अक्षय कुमार के साथ 'अतरंगी रे' जैसी हिंदी फिल्में कीं।
धनुष ने साउथ सिनेमा में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं, जिनमें 'मारी', 'कोडी', 'वाडा चेन्नई', 'वेलैइला पट्टाधारी', 'असुरन', और 'कर्णन' शामिल हैं। 2019 में आई फिल्म 'असुरन' में उन्होंने एक गरीब किसान का किरदार निभाया, जिसके लिए उन्हें एक बार फिर नेशनल फिल्म अवार्ड मिला।
सिर्फ साउथ और बॉलीवुड ही नहीं, धनुष ने 2022 में हॉलीवुड फिल्म 'द ग्रे मैन' में भी काम किया, जिसमें उन्होंने रयान गोसलिंग और क्रिस इवांस जैसे सितारों के साथ स्क्रीन साझा की।
आज धनुष केवल तमिल सिनेमा में ही नहीं, बल्कि पूरे भारतीय और वैश्विक फिल्म जगत में एक बड़ा नाम बन चुके हैं। उनकी सादगी, मेहनत और प्रतिभा के कारण वह लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन गए हैं।