क्या 'फर्स्ट कॉपी सीजन 2' में आरिफ के संघर्ष को पर्दे पर दिखाना मुश्किल था?
सारांश
Key Takeaways
- आरिफ का किरदार जटिल और चुनौतीपूर्ण है।
- कहानी में इंसान की महत्वाकांक्षा की जटिलताएँ हैं।
- सीजन 2 में नए किरदारों का जुड़ना कहानी को रोचक बनाता है।
मुंबई, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। वेब सीरीज 'फर्स्ट कॉपी' के पहले सीजन की अपार सफलता के बाद, दूसरे सीजन में कहानी और भी गहरी और किरदार अधिक जटिल हो गए हैं। इस बार, सीरीज ने मुंबई के 2000 के प्रारंभिक वर्षों की बदलती दुनिया को पर्दे पर प्रस्तुत करने का प्रयास किया है।
सीजन 2 में केवल क्राइम कॉन्ट्रोवर्सी की कहानी नहीं दिखाई गई है, बल्कि यह भी दिखाया गया है कि एक इंसान की महत्वाकांक्षा किस प्रकार उसके भविष्य को आकार देती है। इस सीरीज में मुख्य किरदार की भूमिका निभा रहे मुनव्वर फारूकी ने अपने अनुभव साझा किए।
राष्ट्र प्रेस को दिए गए एक विशेष इंटरव्यू में मुनव्वर फारूकी ने कहा, "हर सीन मेरे लिए नया और क्रिएटिव टेस्ट लेकर आता है। इस बार उनके किरदार आरिफ को कई कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।"
मुनव्वर ने कहा, "मेरे लिए हर सीन चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि आरिफ का किरदार इतना जटिल और अलग है कि उसे निभाना आसान नहीं था। उसके संघर्ष और जद्दोजहद को पर्दे पर दिखाना कठिन था। मैंने अपने किरदार के हर भाव पर काफी मेहनत की है।"
उन्होंने आगे कहा, "आरिफ पैसे के लिए कुछ भी कर सकता है, जबकि मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा। अगर मैं आरिफ के जैसा होता, तो अभी आपकी ख़बरें लूट रहा होता। मैं ऐसा नहीं हूं। आरिफ बहुत चालाक है।"
मुनव्वर फारूकी ने बताया कि सीजन 1 की शूटिंग के दौरान उन्हें जिम्मेदारी का इतना अहसास नहीं हुआ था, लेकिन सीजन 2 में सब कुछ चुनौतीपूर्ण लगा। सेट का दायरा, प्रोडक्शन का पैमाना और किरदारों की जटिलता इस बार कहीं ज्यादा थी। इसके साथ ही नए किरदारों के जुड़ने और पुराने किरदारों के आगे बढ़ने की कहानी ने इसे और भी रोचक बना दिया।
'फर्स्ट कॉपी सीजन 2' में मुनव्वर फारूकी के अलावा क्रिस्टल डिसूजा, गुलशन ग्रोवर, साकिब अयूब, आशी सिंह, मेयांग चांग, इनाम उल हक, रजा मुराद और नवाब शाह जैसे अनुभवी कलाकार शामिल हैं।