क्या 'सलाकार' के डायरेक्टर ने नवीन कस्तूरिया की चाल को बदला?

सारांश
Key Takeaways
- नवीन कस्तूरिया का अभिनय दर्शकों को आकर्षित करता है।
- डायरेक्टर फारूक कबीर की दिशा में नवीन ने अपने चाल-ढाल में सुधार किया।
- 'सलाकार' 1970 और 2025 के बीच की कहानी है।
- अभिनेता मुकेश ऋषि ने महत्वपूर्ण किरदार निभाया है।
- यह सीरीज स्पाई-ड्रामा और थ्रिलर का अनूठा मिश्रण है।
मुंबई, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता नवीन कस्तूरिया को उनकी नई रिलीज़ हुई सीरीज 'सलाकार' के लिए अत्यधिक प्रशंसा मिल रही है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस को बताया कि कैसे इस सीरीज के लिए डायरेक्टर फारूक कबीर ने उनकी चलन को ही बदल दिया।
इस सीरीज में नवीन ने एक भारतीय जासूस का किरदार निभाया है, जो पाकिस्तान में रहकर परमाणु बम बनाने की प्रक्रिया को रोकने का प्रयास कर रहा है।
अभिनेता ने कहा, "जिन चीज़ों पर मुझे काम नहीं करना पड़ा, उन पर मुझे काम करना पड़ा, वो थी शारीरिक बनावट। मैं बत्तख की तरह चलता हूं। फारूक ने मुझे सीधा चलने के लिए कहा था।"
उन्होंने आगे कहा, "पोज़्चर के लिए मुझे उस पर काम करना पड़ता था। एक्शन के लिए मुझे रिहर्सल करनी पड़ती थी। मेरे सह-अभिनेता मुकेश ऋषि का पृष्ठभूमि अनुशासित है, जबकि मैं उससे भिन्न हूं। मुझे एक सैनिक की भूमिका निभानी थी, इसलिए मुझे सैनिक जैसा दिखना भी जरूरी था।"
'सलाकार' एक पीरियड स्पाई-ड्रामा-थ्रिलर है। इसकी कहानी 1970 और 2025 के बीच चलती है। नवीन के को-स्टार मुकेश ऋषि मोहम्मद जिया उल हक का किरदार निभा रहे हैं, जो एक पाकिस्तानी तानाशाह है।
जनरल अयूब खान के बाद, वह दूसरा खतरनाक पाकिस्तानी तानाशाह था, जो भारत को हजारों घाव देने और उसे हजारों साल तक युद्ध में उलझाए रखने का ख्वाब देखता था।
नवीन ने साझा किया कि जब भी वह को-स्टार मुकेश के साथ शूट करते हैं, तो उनकी एक्टिंग में खो जाते हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे उनके साथ काम करने में बहुत मजा आया। मैं उनके अभिनय में इतना खो जाता था कि अपनी ही लाइन्स भूल जाता था। मुझे उनकी एक्टिंग देखने में बहुत मजा आता था। जब मैं उनसे पहली बार मिला तो थोड़ी घबराहट हुई। वह कमाल के शख्स हैं। लंबे-चौड़े हैं। जब वह मुझे गले लगाते थे, तो मैं उनके सीने तक ही पहुंच पाता था। स्क्रीन पर उनका किरदार डराता है, लेकिन ऑफ कैमरा वह बहुत अलग हैं, बहुत प्यारे और बहुत कोमल हृदय के इंसान हैं।"
–राष्ट्र प्रेस
जेपी/एबीएम