क्या ‘जामताड़ा-2’ फेम मराठी अभिनेता सचिन चांदवाडे का निधन सच में हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- सचिन चांदवाडे का निधन एक दुखद घटना है।
- उन्होंने आत्महत्या की, जिसकी वजह अभी स्पष्ट नहीं है।
- सचिन की उम्र 25 वर्ष थी।
- वे एक प्रतिभाशाली अभिनेता और सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे।
- उनकी नई सीरीज 'असुरवन' की घोषणा हाल ही में हुई थी।
मुंबई, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। वेब सीरीज ‘जामताड़ा 2’ में अपने अभिनय के लिए जाने जाने वाले मराठी अभिनेता सचिन चांदवाडे का निधन हो गया है। जानकारी के अनुसार, उन्होंने आत्महत्या की है। उनकी उम्र केवल 25 वर्ष थी।
यह खबर सुनते ही उनके दोस्तों और जानकारों में गहरा शोक फैल गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सचिन चांदवाडे का शव जलगांव के परोला में उनके निवास पर मिला। 23 अक्टूबर को उनके परिवार के सदस्यों ने उन्हें पुणे में अपने फ्लैट में फंदे से लटका पाया। तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
सचिन को एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन वहां उनकी स्थिति बिगड़ती गई। इसके बाद परिवार ने उन्हें धुले के एक बड़े अस्पताल में ले जाने का निर्णय लिया। यहां पर डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन 24 अक्टूबर को रात लगभग 1:30 बजे उनका निधन हो गया।
सचिन चांदवाडे केवल एक अभिनेता नहीं थे, बल्कि एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी थे। वह पुणे की एक आईटी कंपनी में कार्यरत थे, और साथ ही अपने अभिनय के सपनों को भी पूरा कर रहे थे। उनके परिवार और दोस्तों ने उन्हें एक बहुत ही सशक्त व्यक्ति के रूप में याद किया, जिन्होंने बचपन से ही अपने अभिनय से सभी का मनोरंजन किया।
अपने निधन से कुछ दिन पहले ही सचिन ने अपनी नई सीरीज 'असुरवन' की घोषणा की थी, जिसमें वह मुख्य भूमिका निभाने वाले थे। इस सीरीज के निर्माताओं ने उनके किरदार का एक पोस्टर भी जारी किया था। यह सीरीज सचिन के लिए विशेष थी, क्योंकि इसे रामचंद्र मंगो द्वारा निर्देशित किया जा रहा था।
सीरीज के निर्देशक रामचंद्र ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। वहीं, सीरीज की अभिनेत्री पूजा ने भी अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में सचिन चांदवाडे को श्रद्धांजलि दी।
सचिन चांदवाडे की आत्महत्या का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। उनकी असामयिक मृत्यु के बाद परोला पुलिस ने एक्सीडेंटल डेथ का मामला दर्ज किया है। वह जलगांव के परोला तालुका के उंदीरखेडे गांव के निवासी थे। इस घटना ने उंदीरखेडे गांव और पूरे तालुका में शोक की लहर पैदा कर दी है।