क्या जॉन-एरिक हेक्सम की कहानी अधूरी रह गई? अमेरिकी सितारा जो शूटिंग के दौरान खुद पर गोली चला बैठा

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क्या जॉन-एरिक हेक्सम की कहानी अधूरी रह गई? अमेरिकी सितारा जो शूटिंग के दौरान खुद पर गोली चला बैठा

सारांश

जॉन-एरिक हेक्सम की कहानी एक दुखद मामले का प्रतीक है, जहां प्रसिद्धि और सफलता की ओर बढ़ते हुए, एक असावधानी ने सब कुछ खत्म कर दिया। जानें इस प्रतिभाशाली अभिनेता की जीवन यात्रा और उसकी अंतिम यात्रा के बारे में।

Key Takeaways

  • सफलता के रास्ते में असावधानियाँ हो सकती हैं।
  • जिंदगी का कोई भरोसा नहीं, एक पल में सब कुछ बदल सकता है।
  • जॉन-एरिक का जीवन ग्लैमर और दुखद घटना का मिश्रण था।
  • वे एक प्रतिभाशाली अभिनेता थे जो जल्दी चले गए।
  • उनकी कहानी अंगदान का संदेश भी देती है।

नई दिल्ली, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कभी-कभी किस्मत इतनी निर्मम होती है कि शोहरत के दरवाजे खुलने से पहले ही जीवन का पटाक्षेप हो जाता है। हॉलीवुड के एक सितारे के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। उनका नाम था जॉन-एरिक हेक्सम, जिसकी कहानी ग्लैमर, उम्मीद और एक असावधानी से हुई मौत को बयां करती है।

जॉन-एरिक हेक्सम का जन्म 5 नवम्बर 1957 को अमेरिका के न्यू जर्सी में हुआ था। बचपन से ही उनमें करिश्माई व्यक्तित्व और आत्मविश्वास झलकता था। कॉलेज के दिनों में मॉडलिंग से शुरुआत करते हुए उन्होंने जल्दी ही अभिनय की ओर कदम बढ़ाया। उनकी काया, मुस्कान और सहज संवाद अदायगी ने उन्हें टेलीविजन का एक परफेक्ट चेहरा बना दिया। 1982 में आई सीरीज “वॉएजर्स!” से उन्हें पहली पहचान मिली, और उसके बाद “कवर अप” ने उन्हें युवा दर्शकों का पसंदीदा बना दिया।

परंतु 1984 में उनकी जिंदगी का अध्याय अचानक और भयावह तरीके से बंद हो गया। डॉनेली पॉल की लिखी 'फेड टू ब्लैक: अ बुक ऑफ ऑबिच्युरी' में उस दुखद घटना का जिक्र है। वो अक्टूबर का महीना था, जब “कवर अप” की शूटिंग लॉस एंजेलिस में चल रही थी। सीन में उन्हें एक पिस्तौल का इस्तेमाल करना था। वो एक “प्रॉप गन” थी जिसमें असली गोली नहीं, बल्कि ब्लैंक कारतूस भरे गए थे। शूटिंग के दौरान लंबे इंतजार से ऊबकर हेक्सम मजाक करने लगे। उन्होंने बंदूक उठाई, अपने सिर पर लगाई और कहा — “लेट्स सी इफ इट्स लोडेड” और उन्होंने ट्रिगर दबा दिया।

अगले ही पल सेट पर सन्नाटा छा गया। ब्लैंक कारतूस में मौजूद गैस प्रेशर ने इतनी ताकत से उनके माथे पर चोट की कि खोपड़ी की हड्डी भीतर धँस गई और दिमाग को गंभीर क्षति पहुंची। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन छह दिन बाद, 18 अक्टूबर 1984 को, केवल 26 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली।

हेक्सम की मां ने उनके अंग दान कर दिए। बेटे के दिल ने 36 वर्षीय व्यक्ति को नई जिंदगी दी। यह शायद उनकी कहानी का सबसे मार्मिक हिस्सा है! एक अभिनेता जिसने खुद पर गोली चलाई, लेकिन अपने दिल से किसी और की जिंदगी बचा गया।

Point of View

जॉन-एरिक हेक्सम की कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में असावधानियां कितनी खतरनाक हो सकती हैं। एक प्रतिभाशाली अभिनेता की असामयिक मृत्यु ने न केवल उनके परिवार को प्रभावित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि सफलता के रास्ते में कई चुनौतियाँ हो सकती हैं।
NationPress
05/11/2025

Frequently Asked Questions

जॉन-एरिक हेक्सम का जन्म कब हुआ?
जॉन-एरिक हेक्सम का जन्म 5 नवम्बर 1957 को हुआ था।
हेक्सम की मृत्यु कैसे हुई?
वे एक प्रॉप गन से मजाक करते हुए खुद को गोली मार बैठे, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
उनकी कहानी क्यों महत्वपूर्ण है?
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि एक क्षण की असावधानी भी जीवन को समाप्त कर सकती है।
क्या जॉन-एरिक हेक्सम ने अंगदान किया?
हाँ, उनकी मां ने उनके अंग दान कर दिए थे।
हेक्सम की कहानी का क्या संदेश है?
इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि जीवन की अनिश्चितताओं से सावधान रहना चाहिए।