क्या ओम राउत ने साझा किया कैसे आया 'इंस्पेक्टर जेंडे' को बनाने का आइडिया?

सारांश
Key Takeaways
- ओम राउत ने फिल्म 'इंस्पेक्टर जेंडे' के माध्यम से नायकों की कहानियों को उजागर किया है।
- फिल्म का विचार पिता की प्रेरणा से उत्पन्न हुआ।
- यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने वाली है।
- इंस्पेक्टर जेंडे ने चार्ल्स शोभराज को पकड़ा था।
- फिल्म का संदेश समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।
मुंबई, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। निर्माता-निर्देशक ओम राउत की फिल्म 'इंस्पेक्टर जेंडे' ओटीटी प्लेटफार्म पर जल्द ही रिलीज होने वाली है। फिल्म के बारे में चर्चा करते हुए ओम राउत ने साझा किया कि उनके मन में इसका विचार कैसे आया।
निर्देशक ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में बताया कि वह 'इंस्पेक्टर जेंडे' की कहानियों के साथ बड़े हुए हैं। इंस्पेक्टर जेंडे मुंबई पुलिस के एक ऐसे अधिकारी थे, जिन्होंने कुख्यात अपराधी चार्ल्स शोभराज, जिसे 'बिकिनी किलर' के नाम से जाना जाता है, को गिरफ्तार किया था।
ओम राउत ने कहा, "यह दुखद है कि हर कोई खलनायक को जानता है, लेकिन जिस पुलिस वाले ने उसे पकड़ा, उसे बहुत कम लोग पहचानते हैं। अब हमें उनकी कहानी को प्रस्तुत करने का अवसर मिला है। यह मेरे और मेरी टीम के लिए बहुत गर्व की बात है। इस फिल्म के लेखक और निर्देशक ने कहानी को बहुत ही दिलचस्प तरीके से पेश किया है।"
उन्होंने आगे बताया, "मेरे पिता एक पत्रकार थे और वे इंस्पेक्टर जेंडे की कहानी से बहुत प्रेरित थे। जब वे काम कर रहे थे, तब इंस्पेक्टर जेंडे मुंबई पुलिस में थे। मेरे पिता ने इंस्पेक्टर जेंडे से कई बार मुलाकात की और अपने अखबार में उन पर कई लेख लिखे, जिन्होंने महाराष्ट्र पुलिस और भारतीय पुलिस बल के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए।"
ओम राउत ने कहा, "मैंने बस अपने पिता की प्रेरणा को सिनेमा के माध्यम से सबके सामने लाने की कोशिश की है। इस तरह यह फिल्म बनी है। आज इंस्पेक्टर जेंडे 88 वर्ष के हैं, लेकिन वे अब भी एक आकर्षक और प्रेरणादायक मुंबई पुलिस अधिकारी हैं।"
इसके अलावा, ओम राउत ने बताया कि यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी। उन्होंने कहा कि नेटफ्लिक्स के साथ काम करने का लाभ यह है कि उन्हें किसी फिल्म को किस प्रकार रिलीज करना है, इसका अनुभव है। इसलिए उनके साथ काम करना बहुत सही रहता है; इससे कलाकारों को अपनी कला को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने में मदद मिलती है।