क्या 'द बंगाल फाइल्स' पर राजनीतिक दबाव है? निर्माता ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र

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क्या 'द बंगाल फाइल्स' पर राजनीतिक दबाव है? निर्माता ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र

सारांश

फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' की निर्माता पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, जिसमें फिल्म की सुरक्षा और स्वतंत्रता का मुद्दा उठाया गया है। क्या राजनीतिक दबाव इस फिल्म की रिलीज में बाधा बन रहा है? जानिए इस पत्र में क्या कहा गया है।

Key Takeaways

  • 'द बंगाल फाइल्स' एक महत्वपूर्ण फिल्म है जो भारत के इतिहास के दर्दनाक हिस्से को दर्शाती है।
  • पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर फिल्म की स्वतंत्रता की अपील की है।
  • राजनीतिक दबाव के कारण फिल्म की रिलीज में बाधा आ रही है।
  • सत्य की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
  • फिल्म की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

मुंबई, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने अपने इंस्टाग्राम खाते पर एक विशेष पोस्ट साझा किया, जो अब चर्चा का केंद्र बन गया है। इसमें उन्होंने 'द बंगाल फाइल्स' फिल्म की निर्माता पल्लवी जोशी का एक पत्र पोस्ट किया, जो भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखा गया है।

यह पत्र और इसके साथ का कैप्शन दोनों ही उस मुद्दे को उजागर करते हैं, जिससे फिल्म की रिलीज में बाधा आ रही है।

पत्र की शुरुआत में पल्लवी जोशी राष्ट्रपति को सम्मानपूर्वक संबोधित करती हैं और कहती हैं कि यह पत्र किसी विशेष मदद के लिए नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा और फिल्म की स्वतंत्रता के लिए लिखा गया है।

उन्होंने लिखा, 'द बंगाल फाइल्स' एक अत्यंत महत्वपूर्ण फिल्म है, जो भारत के इतिहास के एक दर्दनाक हिस्से, हिंदू नरसंहार और भारत के विभाजन के दौरान हुई घटनाओं को दर्शाती है। यह फिल्म केवल एक कहानी नहीं है, बल्कि सच की आवाज है, जिसे लोगों तक पहुंचाना आवश्यक है।

पत्र में आगे बताया गया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने पहले इस फिल्म का विरोध किया था, जिसके बाद से राजनीतिक दबाव बढ़ गया है। कई पुलिस एफआईआर दर्ज की गई हैं, ट्रेलर को भी रोका गया है, और सबसे गंभीर बात यह है कि थिएटर मालिक इस फिल्म को दिखाने से डर रहे हैं क्योंकि उन्हें राजनीतिक दलों से धमकियां मिल रही हैं। इस वजह से फिल्म की रिलीज को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।

पल्लवी जोशी ने पत्र में लिखा कि उनका परिवार भी इन धमकियों से परेशान है। वे विनम्रता से अनुरोध करती हैं कि इस फिल्म और इसके कलाकारों को सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि सच की यह आवाज दब न सके।

पत्र में उन्होंने कहा, 'पद्म भूषणविक्टर बनर्जी सहित कई बंगाली संगठनों ने पहले ही आपकी सहायता के लिए पत्र लिखा है। उनका समर्थन यह दर्शाता है कि सत्य के लिए अभी भी लोग एकजुट हैं, लेकिन राजनीतिक दबाव फिल्म की रिलीज में बाधा बन रहा है।

उन्होंने कहा कि यह सिनेमा सत्य का है, लेकिन सत्य को सुरक्षा की भी आवश्यकता है।

इस पत्र को साझा करते हुए विवेक रंजन अग्निहोत्री ने इंस्टाग्राम पोस्ट के कैप्शन में इसे एक तत्काल अपील बताया। उन्होंने राष्ट्रपति को टैग करते हुए लिखा, 'मैं बहुत दुखी हूं कि बंगाल में राजनीतिक दबाव और धमकियों के कारण फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया जा रहा। मैं चाहता हूं कि आप इस मामले में हस्तक्षेप करें और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करें ताकि फिल्म बंगाल में रिलीज हो सके।'

उन्होंने कैप्शन में इस अपील में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी टैग किया ताकि इस मुद्दे का समाधान जल्दी किया जा सके।

Point of View

बल्कि यह हमारे संविधान के मूल्यों और स्वतंत्रता को भी छूता है। एक लोकतांत्रिक समाज में, कलाकारों को अपनी आवाज उठाने का अधिकार होना चाहिए। यह आवश्यक है कि राजनीतिक दबाव से कलाकारों की स्वतंत्रता को सुरक्षित रखा जाए।
NationPress
04/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या 'द बंगाल फाइल्स' फिल्म पर राजनीतिक दबाव है?
हां, पल्लवी जोशी के पत्र के अनुसार, फिल्म पर राजनीतिक दबाव और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे इसकी रिलीज में बाधा आ रही है।
फिल्म की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति से अपील की है कि फिल्म और इसके कलाकारों को सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि सच की आवाज दब न सके।