क्या अंकुरित अनाज तन और मन दोनों को स्वस्थ रखते हैं?

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क्या अंकुरित अनाज तन और मन दोनों को स्वस्थ रखते हैं?

सारांश

अंकुरित अनाज सर्दी के मौसम में पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने का एक बेहतरीन उपाय है। ये न केवल पेट की समस्याओं को दूर करते हैं, बल्कि इम्यूनिटी बढ़ाने में भी सहायक होते हैं। जानें अंकुरित अनाज के अन्य फायदों के बारे में।

Key Takeaways

  • अंकुरित अनाज पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं।
  • इन्हें आहार में शामिल करने से इम्यूनिटी बढ़ती है।
  • कम कैलोरी में भरपूर पोषण मिलता है।
  • डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयुक्त हैं।
  • त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद हैं।

नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों का मौसम पाचन तंत्र पर विशेष प्रभाव डालता है। इस समय पेट में फूलने, कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। ऐसे में विशेषज्ञ तन और मन दोनों को स्वस्थ रखने के लिए अंकुरित अनाज को आहार में शामिल करने की सलाह देते हैं।

मध्य प्रदेश का आयुष विभाग बताता है कि अंकुरित अनाज का सेवन पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभकारी होता है और इससे जुड़ी समस्याओं का प्राकृतिक समाधान है।

अंकुरित अनाज न केवल पाचन को सुधारता है, बल्कि शरीर को पोषण देकर तन और मन दोनों को स्वस्थ बनाता है। अंकुरण की प्रक्रिया में अनाज के अंदर छिपे पोषक तत्व कई गुना बढ़ जाते हैं। साधारण मूंग और चना में प्रोटीन की मात्रा अंकुरित होने पर बढ़ जाती है। इसी तरह, विटामिन-सी, विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा भी कई गुना बढ़ जाती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अंकुरण के समय एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं, जो भोजन को आसानी से पचाने में मदद करते हैं।

अंकुरित अनाज को अपने आहार में शामिल करने से अनेक फायदे प्राप्त होते हैं। फाइबर की भरपूर मात्रा कब्ज, अपच, गैस जैसी समस्याओं को दूर करती है और आंतों को साफ रखती है। एंजाइम की वजह से शरीर को विटामिन और मिनरल आसानी से मिल जाते हैं। कम कैलोरी में भरपूर पोषण मिलता है, जिससे भूख कम लगती है और वजन नियंत्रण में मदद मिलती है। विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स संक्रमण से बचाते हैं और इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। आयरन की बढ़ी हुई मात्रा एनीमिया में लाभकारी होती है और रक्त की कमी को दूर करती है। इससे त्वचा और बालों में भी निखार आता है। बायोटिन और प्रोटीन बालों का झड़ना रोकते हैं और उनमें चमक लाते हैं।

डायबिटीज के मरीजों के लिए भी अंकुरित अनाज कई लाभ प्रदान करता है। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण ये डायबिटीज रोगियों के लिए उपयुक्त होते हैं।

इन्हें बनाना भी बहुत सरल और सुविधाजनक है। रात में मूंग, चना, काला चना या मिक्स अनाज भिगो दें। सुबह पानी निकालकर गीले कपड़े में बांधकर 8 से 10 घंटे रखें। अगले दिन ताजे अंकुरित अनाज में नींबू, नमक, काला नमक और भुना जीरा डालकर, चाट बनाकर या सब्जी में मिलाकर खा सकते हैं। ये नाश्ते के लिए सबसे उपयुक्त होते हैं।

Point of View

मैं मानता हूं कि अंकुरित अनाज का सेवन सर्दियों के दौरान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह न केवल स्वास्थ्य को बनाए रखता है, बल्कि विभिन्न पाचन समस्याओं से भी राहत दिलाता है। हमें अपने आहार में स्वास्थ्यवर्धक विकल्पों को शामिल करना चाहिए।
NationPress
19/11/2025

Frequently Asked Questions

अंकुरित अनाज के क्या फायदे हैं?
अंकुरित अनाज पाचन में सुधार करते हैं, इम्यूनिटी बढ़ाते हैं और वजन नियंत्रण में मदद करते हैं।
अंकुरित अनाज कैसे बनाएं?
रात को मूंग या चना भिगोकर सुबह कपड़े में बांधें और 8-10 घंटे बाद खा सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों के लिए अंकुरित अनाज कैसा है?
अंकुरित अनाज का लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी है।
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