क्या ताड़ासन सेहत का आधार है? जानिए इसके नियमित अभ्यास के अनमोल फायदे
सारांश
Key Takeaways
- ताड़ासन से शरीर की मुद्रा में सुधार होता है।
- यह तनाव को कम करता है।
- रक्त संचार को बेहतर बनाता है।
- यह आत्मविश्वास बढ़ाता है।
- मांसपेशियों में स्ट्रेच लाता है।
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हमारे शरीर के आंतरिक और बाहरी अंगों की सेहत के लिए पौष्टिक आहार और एक अच्छा जीवनशैली अपनाना अत्यंत आवश्यक है। जहां योगासन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, वहीं पौष्टिक भोजन शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है।
इनमें से एक प्रसिद्ध योगासन है 'ताड़ासन'। इसके नियमित अभ्यास से न केवल शारीरिक स्थिरता और संतुलन में सुधार होता है, बल्कि यह मानसिक शक्ति को भी बढ़ाता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ताड़ासन एक सरल योग क्रिया है, जो लंबाई बढ़ाने में मददगार साबित होती है। यह विशेष रूप से बच्चों के लिए लाभकारी है।
ताड़ासन करने के लिए, योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों को कंधे की चौड़ाई के बराबर पास-पास रखें। अब हाथों की उंगलियों को आपस में फंसा लें और कलाई को बाहर की ओर मोड़ें। सांस लेते हुए बाजुओं को सिर के ऊपर कंधों की सीध में उठाएं। फिर एड़ियों को जमीन से ऊपर उठाकर पंजों पर संतुलन बनाए रखें। इस मुद्रा में 10-15 सेकंड तक रहना चाहिए।
ताड़ासन को खड़े होकर करने वाले आसनों का आधार माना जाता है। आयुष मंत्रालय के अनुसार, ताड़ासन को नियमित रूप से करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और शरीर की मुद्रा में सुधार होता है। यह मांसपेशियों में स्ट्रेच लाता है, जिससे लचीलापन बढ़ता है। ताड़ासन रक्त संचार में सुधार करता है और पाचन तंत्र को बेहतर करता है, साथ ही तनाव को कम करने में भी मदद करता है। यह आत्मविश्वास और मानसिक एकाग्रता को भी बढ़ाने में सहायक है। इसके नियमित अभ्यास से पैरों, पीठ और कंधों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे चोटों का खतरा कम होता है।
यह मन को शांत करने में भी सहायक है और तनाव को कम करता है।
हालांकि, ताड़ासन करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, लेकिन अगर आपको सिरदर्द, अनिद्रा या अन्य गंभीर समस्याएं हैं, तो इसे करने से बचें या किसी विशेषज्ञ की सलाह लें।