क्या शुद्ध अमोनिया ईंधन वाले आंतरिक दहन इंजन संचालित प्रदर्शन जहाज की पहली यात्रा सफल हुई?

सारांश
Key Takeaways
- दुनिया का पहला शुद्ध अमोनिया ईंधन जहाज
- समुद्री परिवहन में नई तकनीक
- कम प्रदूषण और ऊर्जा की बचत
- कार्बन न्यूट्रैलिटी में मददगार
- प्लाज्मा इग्निशन तकनीक की सफलता
बीजिंग, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। दुनिया का पहला शुद्ध अमोनिया ईंधन वाला आंतरिक दहन इंजन संचालित प्रदर्शन जहाज 'आनह्वेइ जहाज' ने 28 जून को चीन के आनह्वेइ प्रांत के हफेई शहर स्थित छाओहू झील में अपनी पहली यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की।
इससे यह स्पष्ट होता है कि समुद्री क्षेत्र में अमोनिया ईंधन के औद्योगिक उपयोग में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। यह शिपिंग उद्योग में ऊर्जा की बचत, कम प्रदूषण और हरित विकास के लिए एक नया और व्यवहारिक मार्ग प्रशस्त करता है। स्वच्छ, कम कार्बन, सुरक्षित और कुशल जल परिवहन ऊर्जा प्रणाली के विकास में इसका मील का पत्थर का महत्व है।
सूत्रों के अनुसार, दो वर्षों के गहन अध्ययन के बाद अनुसंधान टीम ने अनेक सफलताएँ प्राप्त की हैं। शोधकर्ताओं ने शुद्ध अमोनिया ईंधन के प्लाज्मा इग्निशन तकनीक, निरंतर दहन तकनीक और हाइड्रोजन उत्पादन के लिए अमोनिया का अत्यधिक कुशल उत्प्रेरक क्रैकिंग में सफलता प्राप्त की है।
जानकारी के अनुसार, 'आनह्वेइ जहाज' 200केवी उच्च गति गैस आंतरिक दहन जेनरेटर सेट और दो 100केवी प्रणोदन मोटरों और जुड़वां प्रोपेलर प्रणोदन प्रणाली से लैस है। इसका कुल भार 50 टन है और इसकी अधिकतम गति 10 नॉट्स है।
शुद्ध अमोनिया ईंधन वाले आंतरिक दहन इंजन द्वारा संचालित इस प्रदर्शन जहाज की सफल यात्रा ने यह साबित कर दिया है कि भविष्य में अमोनिया-हाइड्रोजन संलयन ईंधन का व्यापक उपयोग समुद्री परिवहन, भूमि परिवहन, औद्योगिक और घरेलू बॉयलर तथा ठोस ईंधन कोशिकाओं में किया जा सकेगा। इससे चीन के चरम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन और कार्बन न्यूट्रैलिटी के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)