क्या बलूचिस्तान में डिप्टी कमिश्नर के काफिले पर धमाका हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- किसी भी तरह की हिंसा से निपटने के लिए सुरक्षा बलों की तत्परता आवश्यक है।
- घायलों का इलाज और उनकी सुरक्षा पर ध्यान देना जरूरी है।
- सुरक्षा एजेंसियों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
- आत्मनिर्भरता और एकजुटता से ही हम आतंकवाद का सामना कर सकते हैं।
- सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती से नागरिकों का विश्वास बढ़ता है।
क्वेटा, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, सोमवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान के तुरबत क्षेत्र में केच के डिप्टी कमिश्नर मेजर (रिटायर्ड) बशीर बारेच के काफिले को निशाना बनाकर एक बम धमाका किया गया, जिसमें लेवीज फोर्स के जवानों सहित कुल आठ लोग घायल हो गए।
केच के सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस कैप्टन (रिटायर्ड) जोहेब मोहसिन ने बताया कि यह धमाका उस समय हुआ जब डिप्टी कमिश्नर का काफिला प्रेस क्लब रोड से गुजर रहा था। धमाका एक मोटरसाइकिल में रखे रिमोट-कंट्रोल्ड डिवाइस से किया गया। पाकिस्तान के द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, डिप्टी कमिश्नर इस घटना में बाल-बाल बच गए, लेकिन काफिले की एक गाड़ी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई।
पुलिस और फ्रंटियर कॉर्प्स के जवान हमले की जांच कर रहे हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि मोटरसाइकिल पर लगाए गए विस्फोटक को रिमोट से उड़ाया गया था। सुरक्षाकर्मियों ने इलाके को घेर लिया है और सबूत इकट्ठा कर रहे हैं।
इससे पहले, 7 अक्टूबर को, पाकिस्तान के सिंध प्रांत के शिकारपुर जिले में क्वेटा जा रही जाफर एक्सप्रेस को निशाना बनाकर किए गए धमाके में कम से कम सात लोग घायल हुए थे।
यह धमाका ट्रेन की पटरियों पर और सुल्तान कोट रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर की दूरी पर हुआ था। उस समय जाफर एक्सप्रेस ट्रेन जैकोबाबाद से होते हुए क्वेटा की ओर जा रही थी।
24 सितंबर को, बलूचिस्तान के मस्तंग के स्पिजेंड इलाके में क्वेटा जा रही जाफर एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन को बम धमाके में निशाना बनाया गया, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 12 लोग घायल हुए थे।
पाकिस्तानी दैनिक डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे अधिकारियों ने बताया कि धमाके के बाद पेशावर से क्वेटा जा रही ट्रेन की छह बोगियां पटरी से उतर गईं और एक पलट गई, जिससे यात्रियों को चोटें आईं।
इस साल की शुरुआत में, क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन को बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की मजीद ब्रिगेड ने हाईजैक कर लिया था और 400 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था। बलूचिस्तान के बोलन पास के धबर इलाके में 11 मार्च को ट्रेन पटरी से उतर गई थी।