क्या बांग्लादेश की चटगांव सेंट्रल जेल में अमानवीय स्थिति है?

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क्या बांग्लादेश की चटगांव सेंट्रल जेल में अमानवीय स्थिति है?

सारांश

बांग्लादेश की चटगांव सेंट्रल जेल में कैदियों की संख्या उनकी क्षमता से तीन गुना अधिक है, जिससे अमानवीय स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों के प्रयासों के बावजूद, नई जेल के लिए भूमि आवंटन की समस्या बनी हुई है। क्या यह स्थिति बदल पाएगी?

Key Takeaways

  • चटगांव सेंट्रल जेल में कैदियों की संख्या अत्यधिक है।
  • नई जेल के लिए भूमि आवंटन की समस्या बनी हुई है।
  • मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
  • सरकार को कैदियों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।
  • भीड़भाड़ वाली जेलें स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनती हैं।

ढाका, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश की चटगांव सेंट्रल जेल में रिपोर्ट के अनुसार, कैदियों की संख्या उनकी क्षमता से तीन गुना अधिक है, जिसके चलते उन्हें अत्यधिक भीड़भाड़ वाली स्थिति में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

स्थानीय समाचार पत्रों ने बताया कि प्रशासन ने इस समस्या को सुलझाने के लिए एक नई जेल स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, जेल विभाग द्वारा बार-बार अनुरोध करने के बावजूद, नए स्थान के लिए कोई भूमि आवंटित नहीं की गई है।

प्रमुख बांग्लादेशी दैनिक प्रथम आलो के अनुसार, जेल में प्रतिदिन औसतन छह हजार कैदी रहते हैं, जबकि इसकी अधिकतम क्षमता 853 कैदियों की है।

अखबार ने जेल विभाग के महानिदेशक मोहम्मद मोताहर हुसैन के हवाले से कहा, "वर्तमान में चटगांव जेल में कैदियों की संख्या तीन गुना से अधिक है। बार-बार अनुरोध के बावजूद हमें नई जेल के लिए भूमि नहीं मिल रही है। यदि नई जेल बनाई जाती है, तो उसे सुधार गृह के रूप में विकसित किया जा सकता है, जहां कैदियों को मछली पकड़ने और कपड़ा उद्योग में काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।"

इससे पहले, चटगांव जिला प्रशासन ने कहा था कि जंगल सलीमपुर में भूमि पर अब भी अवैध कब्जा है और जेल अधिकारियों को दी जाने से पहले इसे मुक्त कराना जरूरी है।

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेता और चटगांव सिटी कॉरपोरेशन के वर्तमान मेयर शहादत हुसैन ने स्थिति को "अमानवीय" बताया। हुसैन खुद एक राजनीतिक मामले में जेल में बंद हैं।

बीएनपी के नेता ने कहा, "कैदियों पर बहुत अधिक दबाव है। मैंने देखा है कि 30-40 की बजाय 100 लोगों को एक सीमित स्थान पर रखा जाता है। यह अमानवीय है। पर्याप्त स्थान और शौचालय की कमी के कारण कैदियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। चटगांव में एक नई जेल का निर्माण अत्यंत आवश्यक है, ताकि न्यूनतम बुनियादी अधिकारों और स्वास्थ्य सेवाओं की सुनिश्चितता हो सके।"

अक्टूबर 2024 में जेल विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, बांग्लादेश की 68 जेलों की मौजूदा क्षमता 42,887 थी, लेकिन इनमें 53,831 कैदी रह रहे थे।

मानवाधिकार कार्यकर्ता और बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील ज्योतिर्मय बरुआ ने कहा कि भीड़भाड़ वाली जेलें मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हैं।

उन्होंने कहा, "कानून के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को दोषी साबित होने तक निर्दोष माना जाता है, और उनके अधिकारों की रक्षा करना राज्य की जिम्मेदारी है। सरकार को दोषी पाए गए लोगों को छोड़कर, अभियुक्तों के लिए संवैधानिक समानता सुनिश्चित करने के लिए अस्थायी उपायों पर विचार करना चाहिए।"

-राष्ट्र प्रेस

Point of View

बल्कि यह सरकार की जिम्मेदारी भी है कि वह कैदियों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा करे। हमें इस समस्या का समाधान निकालना होगा।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

चटगांव सेंट्रल जेल में कैदियों की संख्या कितनी है?
चटगांव सेंट्रल जेल में औसतन 6,000 कैदी रह रहे हैं, जबकि इसकी अधिकतम क्षमता 853 है।
नवीनतम जेल के लिए भूमि आवंटन की स्थिति क्या है?
जेल विभाग ने नई जेल के लिए भूमि आवंटन के कई बार अनुरोध किए हैं, लेकिन अभी तक कोई भूमि आवंटित नहीं की गई है।
बांग्लादेश की जेलों में कुल कैदियों की संख्या क्या है?
बांग्लादेश की 68 जेलों में कुल 53,831 कैदी हैं, जबकि उनकी कुल क्षमता 42,887 है।
कैदियों के अधिकारों की रक्षा कैसे की जा सकती है?
सरकार को दोषी साबित हुए लोगों के अलावा, सभी अभियुक्तों के लिए संवैधानिक समानता सुनिश्चित करने के लिए उचित उपाय करने चाहिए।
इस स्थिति के बारे में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की राय क्या है?
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का मानना है कि भीड़भाड़ वाली जेलें मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हैं।