क्या बांग्लादेश में आचार संहिता के बीच चुनावी हिंसा जारी है?
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में चुनावी हिंसा बढ़ रही है।
- पत्रकारों पर हमले की घटनाएं चिंता का विषय हैं।
- शरीफ उस्मान बिन हादी की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर है।
ढाका, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में चुनावी माहौल के साथ-साथ हिंसा की घटनाएं भी शुरू हो गई हैं। मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के कार्यकाल में देशभर में भारी हिंसा देखने को मिल रही है। इस सरकार में मीडिया पर हमले भी बढ़ गए हैं। हाल ही में एक पत्रकार, रिसान, पर हमला हुआ है। इससे पहले, दिनदहाड़े ढाका-8 के निर्दलीय उम्मीदवार और इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान बिन हादी को गोली लगी थी। इस मामले की खबर कवर कर रहे पत्रकार पर भी हमला किया गया।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना शुक्रवार दोपहर की है जब रिसान ढाका मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (डीएमसीएच) में हादी पर गोलीबारी की जानकारी इकट्ठा कर रहे थे। तभी छात्र नेताओं के समर्थकों ने उन पर हमला कर दिया।
ढाका ट्रिब्यून से बात करते हुए, रिसान ने बताया कि जब वह डीएमसीएच में खबर कवर कर रहे थे, तो इमरजेंसी डिपार्टमेंट के सामने कुछ लोगों ने उन्हें वीडियो रिकॉर्डिंग से रोका।
उन्होंने कहा, "जब मैंने पूछा कि वे मुझे क्यों रोक रहे हैं, तो उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया। बाद में पास में मौजूद एक दूसरे पत्रकार की मदद से मैं अपनी जान बचाकर भागा।"
वर्तमान में, हादी की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उन्हें एवरकेयर हॉस्पिटल में स्थानांतरित किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, एम्बुलेंस रात 8:05 बजे एवरकेयर हॉस्पिटल पहुंची। प्रोथोम एलो के मुताबिक, हादी अभी भी निगरानी में हैं।
इंकलाब मंच के सदस्य अब्दुल्ला अल जाबेर ने बताया कि उस्मान हादी की स्थिति नाजुक है। डॉक्टर्स ने उन्हें 48 घंटे की निगरानी में रखा है।
मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने उस्मान हादी के परिवार से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियां हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि घटना की पूर्ण जांच का आदेश पहले ही दिया जा चुका है।
—राष्ट्र प्रेस
केके/डीएससी